
उल्हासनगर : शहर में सिंधी समुदाय के सिंधी भवन के लिए 6 साल पहले 7 करोड़ रुपए की निधि मंजूर की गई थी और अब उत्तर भारतीय मतदाताओं पर नजर रखते हुए उत्तर भारतीय भवन बनाने की तैयारी शुरू हो गई है। उल्हासनगर शहर में तीन विधायक हैं। इन तीनों विधायकों को मराठी मतदाताओं ने वोट नहीं दिया है क्या। मराठी भवन को लेकर भेदभाव क्यों, ऐसा सवाल मनसे शहर अध्यक्ष बंडू देशमुख ने उठाया।
हालही में भारतीय जनता पार्टी के विधायक कुमार आयलानी के कार्यालय में उत्तर भारतीय प्रकोष्ठ की बैठक हुई, जिसमें उत्तर भारतीय समाज के लिए कैंप 1 के कमला नेहरूनगर में उत्तर भारतीय भवन निर्माण करने की मांग की गई थी। उस समय उत्तर भारतीय भवन के निर्माण के लिए 25 लाख रुपए का फंड देने का आश्वासन विधायक कुमार आयलानी ने दिया था। इस घोषणा के बाद शहर में खासकर मराठी समुदाय में तीखी बहस शुरू हो गई है। मनसे ने इसका कड़ा विरोध करते हुए कहा की शहर में ऐसा भेदभाव क्यों किया जा रहा है। शहर में एक मराठी भवन बनाया गया, तो गरीब नागरिकों को इसका फायदा होगा और घर का छोटा मोटा कार्यक्रम उसमें कम खर्च में किया जा सकता है। यदि शहर में मराठी भवन बन जाए, तो गरीब नागरिकों को उसका फ़ायदा होगा। इस मराठी भवन का उपयोग मराठी भाषा व मराठी संस्कृति को संरक्षित करने के लिए किया जा सकता है। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना 2019 से मराठी भवन बनाने के लिए प्रयास कर रहा है। ऐसा मनसे शहर अध्यक्ष बंडू देशमुख ने कहा है।