उल्हासनगर : (Ulhasnagar) उल्हासनगर में हाल ही हुई बेमौसमी बारिश ने शहर की सफाई व्यवस्था की कमियां उजागर कर दी हैं। गायकवाड़ पाडा स्थित कचरा डंपिंग ग्राउंड दल-दल होने के कारण कचरा फेंकने वाली गाड़ियों को आने-जाने में दिक्कत हो रही है, जिससे कचरा उठाने का काम बाधित हो गया है। परिणामस्वरूप शहर के कई हिस्सों में कचरे के बड़े- बड़े ढेर जमा हो गए हैं।
ठेकेदार कचरा उठाने में विफल
उल्हासनगर जैसे छोटे व्यावसायिक शहर में भारी मात्रा में घरेलू और व्यवसायिक कचरा उत्पन्न होता है। इसे उठाने का जिम्मा कोणार्क कंपनी को सौंपा गया है, लेकिन डंपिंग ग्राउंड की खराब स्थिति के कारण ठेकेदार कचरा उठाने में नाकाम साबित हो रहा है।
स्वच्छता व्यवस्था पर उठे सवाल
शिवसेना के कल्याण जिला प्रमुख धनंजय बोडारे ने मनपा प्रशासन की सफाई व्यवस्था को लेकर कड़ी आलोचना की है। उन्होंने कहा कि प्रशासन मूलभूत सुविधाएं जैसे साफ-सफाई, जल और स्वच्छ पर्यावरण उपलब्ध कराने में असफल है। साथ ही, उन्होंने कहा कि सरकार डंपिंग ग्राउंड की समस्या पर गंभीर नहीं है और केवल राजनीतिक लाभ के लिए काम कर रही है।
पुनः सफाई कार्य शुरू करने की तैयारी
स्वच्छता निरीक्षक प्रदीप राजगुरु ने बताया कि डंपिंग ग्राउंड की दल-दल की वजह से कचरा वाहन फंस रहे हैं, लेकिन जेसीबी की मदद से कचरा उठाने का काम जल्द ही पुनः शुरू कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि कचरा उठाने का काम पूरी तरह बंद नहीं हुआ है, लेकिन स्थिति में शीघ्र सुधार आवश्यक है।