तिरुवनंतपुरम:(Thiruvananthapuram) केरल के वित्तमंत्री केएन बालगोपाल (Finance Minister KN Balagopal) ने आज सुबह विधानसभा में वित्त वर्ष 2024-25 के लिए बजट किया। इस बार के बजट में सरकार ने कृषि और पर्यटन क्षेत्र पर विशेष रूप से फोकस किया है। बालगोपाल ने कहा, ”केरल एक बड़े कदम के लिए कुछ आउट ऑफ द बॉक्स कार्यक्रम लाने की योजना बना रहा है। हम तीन लाख करोड़ रुपये के निवेश को आकर्षित करने की उम्मीद कर रहे हैं। हमने अंतरिम पैकेज के साथ-साथ दीर्घकालिक पैकेज की भी घोषणा की है। तेजी से बढ़ते क्षेत्र जैसे पर्यटन, विझिंजम बंदरगाह, कोच्चि बंदरगाह और कोच्चि औद्योगिक गलियारे को प्राथमिकता दी जाएगी।”
उन्होंने कहा कि सरकार 20 गंतव्यों पर पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए 50 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। कोविड-19 महामारी के बाद केरल सबसे पसंदीदा पर्यटन स्थलों में से एक बनकर उभरा है। बालगोपाल ने कहा कि पर्यटन उद्योग में 5000 करोड़ रुपये का निवेश आकर्षित करने के लिए कदम उठाए जाएंगे। बालगोपाल ने कहा कि पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए चल रहे कदमों के तहत, सरकार 500 लोगों तक के समूह की सभा के लिए सुविधाएं विकसित करने की परियोजना को आकार देगी। इस उद्देश्य के लिए 20 ऐसे गंतव्य विकसित किए जाएंगे। प्रथम चरण में ऐसी सुविधाएं वर्कला, कोल्लम, मुनरो थुरुथ, अलाप्पुझा, मुन्नार, फोर्ट कोच्चि, पोन्नानी, बेपोर, कोझिकोड और बेकल में मुहैया कराई जाएंगी। इस उद्देश्य के लिए 50 करोड़ की राशि अलग रखी गई है।
उन्होंने बजट में कृषि क्षेत्र के लिए 1698 करोड़ के आवंटन की घोषणा की। वित्तमंत्री ने कहा कि मृदा और जल संरक्षण कार्यक्रम के लिए 83.99 करोड़ रखे गए हैं। सरकार ने मत्स्य पालन क्षेत्र के लिए 227.12 करोड़ आवंटन की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य उच्च शिक्षा की ओर निवेश आकर्षित करना है। उच्च शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए प्रवासी शैक्षणिक विशेषज्ञों की एक टास्क फोर्स का गठन किया जाएगा। यूरोप, अमेरिका, सिंगापुर और मध्य पूर्व के विशेषज्ञों की क्षेत्रीय बैठकें मई और जून में आयोजित की जाएंगी। सरकार केरल में विदेशी विश्वविद्यालयों को अनुमति देने की व्यवहार्यता तलाशेगी। राज्य में निजी विश्वविद्यालयों के शुभारंभ की सुविधा के लिए कदम उठाए गए हैं।