प्रशासन की असंवेदनशील का आरोप
सूरत : (Surat) सूरत के पलसाणा-कडोदरा रोड के बलेश्वर गांव के समीप किरण इंडस्ट्रीज मिल में 4 श्रमिकों के पानी टंकी (water tank at Kiran Industries Mill) में दम घुटने से मौत मामले में नया खुलासा हुआ है। इन श्रमिकों की मौत के बाद इनमें से 2 के शवों को टेम्पो से सूरत के न्यू सिविल अस्पताल लाया गया। प्रशासन ने चारों शवों की फॉरेसिंग पोस्टमार्टम की घोषणा की है। इन सभी की मौत किरण इंडस्ट्रीज में पानी टंकी की सफाई के दौरान दम घुटने से हो गई थी। मृतकों में राजेश, कमलेश, शहनवाज और दीपक के नाम शामिल हैं।
जानकारी के अनुसार सूरत जिले की पलसाणा तहसील के बलेश्वर गांव के समीप राजहंस टेक्स मिल की 20 से 25 फीट पानी की टंकी में मंगलवार शाम को 4 श्रमिकों की मौत हो गई थी। सभी श्रमिक टंकी सफाई करने नीचे उतरे थे। इस दौरान दम घुटने से दो श्रमिक बेहोश हो गए। दोनों को निकालने गए 2 अन्य श्रमिक का भी दम घुटने से मौत हो गई।
घटना की जानकारी मिलने पर कामरेज इआरसी फायर टीम और बारडोली फायर टीम मौके पर पहुंच गई। बाद में इन चारों श्रमिकों के शव बाहर निकाले गए। पुलिस के अनुसार मिल बंद होने के कारण इसके रिसाइकिल वाटर टैंक में मंगलवार शाम सफाई की जानी थी। मिल में कपड़े के कलर का पानी इसी टंकी में जमा होता है। बाद में इसका ट्रीटमेंट कर दोबारा यूज होता है। यूज हुआ पानी इस टंकी में जमा होता है, जिसके कारण टंकी के नीचे कलर का अंश जमा होता जाता है। साल में एक बार इस टंकी की सफाई की जाती है। सूत्रों के अनुसार कलर के केमिकल की वजह से श्रमिकों के दम घुटने की आशंका है।
बगैर सेफ्टी साधन के नीचे उतरे थे श्रमिक
जानकारी के अनुसार कपड़े को रंगने वाले डाइंग एंड प्रिंटिंग मिल (coloring in the dyeing and printing mill) में कलर के बाद जो खराब पानी निकलता था, उसे इसी टैंक में जमा कर रिसाइकिल किया जाता था। पानी को दोबारा इस्तेमाल कर उसका निष्पादन होता था। पानी के साथ आने वाला केमिकल और कचरा भी टंकी में जमा होता था। इसलिए साल में एक बार इसकी सफाई की जाती थी। टंकी में केमिकल जमा होने से इसमें गैस बनने की आशंका रहती है। इसके बावजूद मिल संचालकों ने श्रमिकों को बगैर किसी सेफ्टी साधन के टंकी में नीचे उतरने दिया। दूसरी ओर दमकल विभाग ने जब चारों के शव बाहर निकाला तो दो के शव को एम्बुलेंस से जबकि दो अन्य शव को टेम्पो से सूरत के न्यू सिविल अस्पताल (New Civil Hospital in Surat) ले जाया गया।