दक्षिण 24 परगना : (South 24 Parganas) जुलाई महीने में बांग्लादेश के कोटा आंदोलन हाथ में डंडा लेकर शामिल न्यूटन का नाम पश्चिम बंगाल के काकद्वीप के मतदाता सूची में हैं। ये खबर बाहर आते ही प्रशासनिक हलकों में हड़कंप मचा हुआ है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, न्यूटन काकद्वीप के स्वामी विवेकानंद ग्राम पंचायत (SwamiVivekananda Gram Panchayat)के दासपाड़ा का रहने वाला है।
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, न्यूटन का भाई तपन दास पश्चिम बंगाल में वर्ष 2011 में आया अगली वोटर लिस्ट में अपना नाम दर्ज करवाया। आरोप है कि बाद में न्यूटन अपने भाई के साथ बंगाल आ गया। उन्होंने काकद्वीप के ही एक स्कूल में पढ़ाई की। हाल ही में न्यूटन की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हुई। उस तस्वीर में दिख रहा है कि न्यूटन बांग्लादेश में जुलाई मूवमेंट में शामिल था।
सुंदरबन सांगठनिक जिले के तृणमूल छात्र परिषद के अध्यक्ष देबाशीष दास के साथ भी इस ‘बांग्लादेशी’ न्यूटन को कई जगहों पर देखा गया है। सोशल मीडिया पर वायरल हुई एक तस्वीर में सत्तारूढ़ पार्टी के छात्र नेता न्यूटन का जन्मदिन मनाते दिख रहे हैं।
न्यूटन के भाई तपन दास ने कहा कि उससे चार साल से कोई संपर्क नहीं हुआ है। वह यहां रहता नहीं है। वह बंगाल में पढ़ाई करने आया था, फिर वापस बांग्लादेश चला गया। वह बांग्लादेश का मतदाता है। लेकिन मुझे नहीं पता कि उसे यहां का मतदाता कैसे बनाया गया। वह कई दोस्तों के साथ घूमता रहता था।
इस संदर्भ में काकद्वीप के भाजपा खेमे का आरोप है कि न्यूटन ने सत्ताधारी पार्टी से अपनी नजदीकी का फायदा उठाकर भारतीय नागरिकता हासिल की है। दूसरी ओर, मामले से जुड़े तृणमूल छात्र परिषद के नेता देवाशीष दास ने इस मामले पर विशेष टिप्पणी तो नहीं की, लेकिन उनका दावा है कि न्यूटन बचपन से ही उनके साथ पढ़ता था। वे दोनों एक साथ बड़े हुए हैं।