प्ले स्कूलों के लिए पंजीकरण जरुरी, स्कूल संचालक करवाएं अपना पंजीकरण
सिरसा : महिला एवं बाल विकास विभाग के माध्यम से सरकार की ओर से क्रियान्वित योजनाओं व गतिविधियों का उद्देश्य जरुरतमंद व पीडि़त महिलाओं व बच्चों को मदद पहुंचाकर उन्हें समाज की मुख्य धारा में जोडऩे का है। इसलिए विभाग के अधिकारी भी एक संवेदना भाव के साथ अपने कार्यों को करते हुए जरुरमंदों को योजनाओं का शतप्रतिशत लाभ पहुंचाने का प्रयास करें। यह बात अतिरिक्त उपायुक्त डा. विवेक भारती ने बुधवार को लघुसचिवालय स्थित सभागार में महिला एवं बाल विकास विभाग से जुड़ी विभिन्न योजनाओं व कार्यक्रमों की प्रगति की समीक्षा करते हुए कही।
इस दौरान उन्होंने एक-एक एजेंडें पर विस्तार से चर्चा करते हुए संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। अतिरिक्त उपायुक्त ने कहा कि जिला में चल रहे सभी निजी स्कूलों का औचक निरीक्षण किया जाए। उनमें यह विशेष तौर से जांचा जाए कि प्ले स्कूल में पढ रहे सभी बच्चों का पंजीकरण जरुर हो। इसके साथ ही सभी निजी प्ले स्कूलों के लिए भी पंजीकरण करवाना जरुरी है। उन्होंने कहा कि समय-समय पर सरकारी व निजी प्ले स्कूलों का दौरा कर वहां पर पानी, शौचालय, किचन आदि की व्यवस्था का निरीक्षण किया जाए। प्ले स्कूलों में छोटे बच्चों को किसी प्रकार की असुविधा ना हो।
स्कूलों में आईसीसी कमेटी गठित करना जरुरी
एडीसी ने कहा कि कार्य स्थल पर महिलाओं को यौन उत्पीडऩ से बचाव के दृष्टिïगत आईसीसी(आंतरिक शिकायत समिति) कमेटी का गठन जरुरी है। इसलिए शिक्षा अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि स्कूलों में आईसीसी की समिति गठित हो। कमेटी गठन बारे रिपोर्ट भिजवाई जाए। एडीसी ने महिला एवं बाल विकास विभाग से जुड़ी विभिन्न योजनाओं व कार्यक्रमों की समीक्षा की। उन्होंने वन स्टॉप सेंटर, पीएनडीटी एक्ट, प्रधानमंत्री बाल देखभाल योजना, पोस्को एक्ट आदि योजनाओं एवं कार्यक्रमों की प्रगति की समीक्षा की। इस अवसर पर एएसपी दीप्ति गर्ग, डीडीपीओ राजेश कुमार, महिला एवं बाल विकास विभाग की जिला कार्यक्रम अधिकारी डा. दर्शना सिंह, बाल कल्याण समिति की चेयरपर्सन अनीता वर्मा, जिला बाल संरक्षण अधिकारी डा. गुरप्रीत कौर, संरक्षण अधिकारी अंजना डूडी सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।