शिमला : (Shimla) विपक्षी दल भाजपा ने हिमाचल प्रदेश में तुफान से फसलों व फलों को हुए नुक्सान की भरपाई के लिए प्रदेश सरकार से किसानों-बागवानों को उचित मुआवजा देने की मांग की है। भाजपा प्रवक्ता संदीपनी भारद्वाज ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि प्रदेश के लगभग 90 फीसदी किसानों की फसलें तुफान की चपेट में आकर बर्बाद हो गई हैं, लेकिन प्रदेश सरकार अब तक इस ओर ध्यान देने को तैयार नहीं है।
भारद्वाज ने कहा कि तूफान के कारण सेब, मटर, गेहूं और जौ जैसी मुख्य फसलें पूरी तरह से नष्ट हो चुकी हैं। फलदार पेड़ों में फ्लावरिंग हो चुकी थी, जो इस तूफान में झड़ गई, कई जगहों पर पेड़ों की टहनियां टूट गईं और कहीं-कहीं तो पेड़ जड़ से ही उखड़ गए। रामपुर के मिझाली, लड़ोट और निरसू जैसे क्षेत्रों में किसानों ने खुद बताया कि पलम के फलों के साथ गेहूं और जौ की फसलें भी तबाह हो गई हैं। मटर की फसल को भी भारी नुकसान पहुंचा है।
उन्होंने कहा कि किसान महीनों की मेहनत के बाद इन फसलों को तैयार करते हैं, लेकिन एक ही रात की तबाही ने सब कुछ बर्बाद कर दिया। अब उन्हें भारी आर्थिक नुकसान झेलना पड़ रहा है और प्रदेश सरकार अभी तक नुकसान का सही आकलन तक नहीं कर पाई है।
भाजपा ने प्रदेश सरकार को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की भी याद दिलाई जिसमें प्राकृतिक आपदाओं से नुकसान की भरपाई का प्रावधान है। उन्होंने कहा कि अगर समय रहते सर्वे किया जाए और योजना के तहत आकलन हो तो किसानों को राहत मिल सकती है। लेकिन इसके लिए सरकार को सक्रिय होकर तुरंत कार्रवाई करनी होगी और प्रभावित किसानों को मुआवजा देना होगा।