रायपुर/भिलाई : केंद्रीय इस्पात और नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया शुक्रवार (23 जून) को नई दिल्ली से स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) के भिलाई स्टील प्लांट की दल्ली खदान में सिलिका रिडक्शन प्लांट का वर्चुअल माध्यम से उद्घाटन करेंगे।
सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र के दल्ली और राजहरा समूह की 60 साल पुरानी खदानों में लौह अयस्क के भंडार तेजी से कम हो रहे हैं। अध्ययन से पता चला है कि ब्लास्ट फर्नेस में अनुकूलतम उपयोग वाले वांछित ग्रेड के लिए एक मिमी से कम आकार के लौह अयस्क को परिष्कृत करने की आवश्यकता है। 149 करोड़ रुपये से अधिक के निवेश के साथ सिलिका रिडक्शन प्लांट, दल्ली में मौजूद क्रशिंग, स्क्रीनिंग और वॉशिंग (सीएसडब्ल्यू) वेट प्लांट के साथ संयोजित है। यह संयंत्र अत्याधुनिक बेनिफिसिएशन उपकरणों से सुसज्जित है और इसका उद्देश्य भिलाई इस्पात संयंत्र को आपूर्ति किए जाने वाले लौह अयस्क को बढ़ाना है। जिससे ब्लास्ट फर्नेस से वार्षिक उत्पादन में वृद्धि होगी, कोक की खपत और कार्बन उत्सर्जन में कमी आएगी।
केंद्रीय इस्पात मंत्री के नेतृत्व में इस्पात मंत्रालय, भारतीय इस्पात उद्योग में डी-कार्बोनाइजेशन को बढ़ावा देने और इस्पात उद्योग के सहयोग से ग्रीन स्टील उत्पादन के लिए दीर्घकालिक रोडमैप तैयार करने पर केंद्रित है। सेल खुद को कार्बन न्यूट्रैलिटी के राष्ट्रीय लक्ष्य के साथ जुड़ा हुआ है। दल्ली-राजहरा खदान में सिलिका रिडक्शन प्लांट इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह परियोजना विभिन्न राज्य सरकारी एजेंसियों, स्थानीय प्रशासन और निर्वाचित प्रतिनिधियों की मदद से पूरी की गई है।