क्वेटा : (Quetta) पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत के बोलान जिले में सेना और बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) के लड़ाकों के बीच पिछले करीब 27 घंटे से चल रहा संघर्ष अभी खत्म नहीं हुआ है। पाकिस्तान के सुरक्षाबलों ने बीएलए के कब्जे से 190 बंधकों को मुक्त करा लिया है। इस दौरान अब तक बीएलए के 30 लड़ाके मारे गए हैं। इधर, बीएलए का भी दावा है कि उसने 27 पाकिस्तानी सैनिकों को मार गिराया है। हालांकि, बीएलए के कब्जे में बाकी बंधकों की संख्या का पता नहीं चल सका है, लेकिन विभिन्न मीडिया रिपोर्ट में इनकी संख्या 59 बताई जा रही है।
अखबार डॉन ने बुधवार को पाकिस्तानी सुरक्षा बलों के हवाले से बताया कि रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। एयर फोर्स और सेना के जवान बलूच लड़ाकों को घेरे हुए हैं। बीएलए के लड़ाके आत्मघाती जैकेट पहने हुए हैं। इस कारण बाकी बंधकों को मुक्त कराने में कठिनाई हो रही है। वे बंधकों को सुरक्षा कवच के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं। अब तक 190 बंधकों को मुक्त करा लिया गया है, जिसमें 37 यात्री जख्मी हो गए हैं। पाकिस्तानी सेना ने बीएलए के 30 लड़ाकों को मार गिराने का दावा किया है तो दूसरी तरफ बीएलए का कहना है कि उसने भी पाकिस्तान के 27 सैनिकों को मार गिराया है।
बीएलए के लड़ाकों ने क्वेटा से पेशावर जा रही जाफर एक्सप्रेस पर मंगलवार को दोपहर करीब 01 बजे हमला करके उसके यात्रियों को बंधक बना लिया था। इस हमले को बोलान जिले के माशकाफ इलाके के गुडालार और पीरू कुनरी के बीच अंजाम दिया गया। यह पहाड़ी इलाका है, जिसके कारण ट्रेन धीमी गति से जा रही थी। ट्रेन की कुल नौ बोगियों में 400 से अधिक यात्री सवार थे। घटनास्थल क्वेटा से करीब 157 किलोमीटर दूर है। बीएलए लड़ाकों ने घटना को अंजाम देने के करीब दो घंटे बाद ही अपने कब्जे से महिलाओं, बच्चों और बलूच से संबंध रखने वाले लोगों को मुक्त कर दिया था। बाकी को बंधक बनाया हुआ है। बंधकों में पाकिस्तानी सेना, पुलिस और आईएसआई के अधिकारी-कर्मचारी हैं।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बीएलए के हमले के कुछ घंटे बाद ही पाकिस्तानी सेना ने यात्रियों की रिहाई के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया, जो 27 घंटे बाद भी चल रहा है। इस बीच, बीएलए ने एक ऑडियो क्लिप जारी कर कहा है कि यह इंसाफ और जिंदा रहने की लड़ाई है, इसलिए बलूचिस्तान के लोगों से इस संघर्ष में शामिल होने का आह्वान किया है।