केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के हाथों पुरस्कार प्राप्त हुआ
सूरत : (Surat) सूरत के इच्छापोर पुलिस स्टेशन (Surat’s Ichhapore Police Station) को केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा पूरे देश में सर्वश्रेष्ठ पुलिस स्टेशन के रूप में मान्यता प्राप्त हुई है। यह गौरवपूर्ण पुरस्कार भुवनेश्वर में आयोजित डीजीपी सम्मेलन के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के हाथों इच्छापोर पुलिस स्टेशन को प्रदान किया गया। इस पुरस्कार के लिए कानून और व्यवस्था के क्षेत्र में स्टेशन के अद्वितीय कार्य, नागरिक सहयोग और आधुनिक प्रौद्योगिकी के उपयोग को मुख्य आधार माना गया है।
केंद्रीय गृह मंत्रालय के आधुनिकीकरण विभाग द्वारा किए गए सर्वेक्षण में इच्छापोर पुलिस स्टेशन विभिन्न मानदंडों पर श्रेष्ठ पाया गया है। गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी और सूरत शहर के पुलिस आयुक्त अनुपम सिंह गहलोत ने भी पुलिस टीम को बधाई दी। इच्छापोर पुलिस स्टेशन के पुलिस इंस्पेक्टर ए.सी. गोहिल ने कहा, “यह पुरस्कार केवल मेरा या मेरी टीम का नहीं बल्कि पूरे गुजरात पुलिस के निष्ठावान और प्रतिबद्ध कार्य का प्रतीक है। इस उपलब्धि ने यह साबित कर दिया है कि कानून-व्यवस्था बनाए रखने में समाज और पुलिस के बीच सहयोग कितना महत्वपूर्ण है। हमने जो तकनीकी आधुनिकता, नागरिक सहयोग और जनसेवा की भावना के साथ काम किया है, वही इस पुरस्कार का मुख्य कारण है।”
इसलिए मिला सर्वश्रेष्ठ पुलिस स्टेशन का खिताब
अपराध निवारण और जांच में सफलता: इच्छापोर पुलिस स्टेशन ने 2022 से 2024 तक संपत्ति संबंधी अपराधों में 79% से 83% डिटेक्शन दर दर्ज की। फरार 24 आरोपितों को गिरफ्तार करने के अलावा अपराधों के त्वरित निवारण के लिए स्टेशन की कार्यवाही प्रशंसनीय रही। नागरिक प्रतिक्रिया और जनता भागीदारी: ‘विश्वास प्रोजेक्ट’ के तहत 180 से अधिक सीसीटीवी कैमरे स्टेशन क्षेत्र में स्थापित करके नागरिक सुरक्षा को मजबूत किया गया। नागरिकों के साथ सकारात्मक संवाद और जनजागृति के दृष्टिकोण से स्टेशन को नागरिकों के लिए अधिक विश्वसनीय बनाया गया। महिला और बाल सुरक्षा के लिए विशेष कार्यक्रम चलाए गए। स्कूलों और कार्यस्थलों पर जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। साथ ही साइबर क्राइम अवेयरनेस अभियान के माध्यम से तकनीकी खतरों के बारे में लोगों को जागरूक किया गया। अपराधों की जांच में सीसीटीवी और डिजिटल उपकरणों का प्रभावी उपयोग किया गया। स्टेशन के सभी रिकॉर्ड्स का डिजिटलीकरण पूरा करके पारदर्शिता लाई गई।