प्रयागराज : रेलवे चिकित्सालय में शनिवार को “सोशल मीडिया और किशोर स्वास्थ्य“ पर एक स्वास्थ्य जागरूकता शिविर का आयोजन हुआ। मुख्य वक्ता सहायक मंडल चिकित्सा अधिकारी डॉ रोहित कुमार ने सोशल मीडिया-व्हाट्सएप, फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, टेलीग्राम आदि की लत को एक मानसिक बीमारी बताया, जिसकी चपेट में लगभग हर उम्र के व्यक्ति शामिल हैं। किन्तु इसका सबसे बड़ा प्रभाव युवाओं पर पड़ता है।
रेलवे चिकित्सालय की स्थापना के शताब्दी समारोह के उपलक्ष में आयोजित कार्यक्रम में डॉ रोहित कुमार ने बताया कि सोशल प्लेटफॉर्म पर अधिक समय बिताने से युवाओं का बहुमूल्य समय तो खराब होता ही है। साथ ही कई फिजिकल व न्यूरोलॉजिकल विकृतियां भी उत्पन्न होती हैं। उन्होंने सोशल मीडिया का उपयोग संयम के साथ करने की सलाह दी।
वरिष्ठ जनसम्पर्क अधिकारी अमित मालवीय ने बताया कि केंद्रीय चिकित्सालय के चिकित्सा निदेशक डॉ एस.के. हांडू ने भी कैम्प को सम्बोधित किया तथा लोगों से खासकर युवाओं से अच्छे शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य के लिए सोशल मीडिया का कम से कम इस्तेमाल करने की सलाह दी। साथ ही 22 मार्च को डीआरएम क्रिकेट टूर्नामेंट में चिकित्सा टीम की जीत पर हर्ष जताया तथा टीम को बधाई दी।
इस अवसर पर अपर मुख्य स्वास्थ्य निदेशक डॉ कल्पना मिश्रा, अपर मुख्य स्वास्थ्य निदेशक डॉ मंजू लता हांडू, अपर मुख्य स्वास्थ्य निदेशक डॉ उषा यादव, वरिष्ठ मंडल चिकित्सा अधिकारी डॉ अनुराग यादव, डॉ अंकित अग्रवाल, डॉ आयुषी मिश्रा, डॉ तनय श्रीवास्तव तथा डॉ गौरव आनंद ने लोगों को स्वास्थ्य के लिए जागरूक किया। इस आयोजन में मुख्य नर्सिंग अधीक्षक श्रीमती मोदेस्ता टोपनो, सीता रानी गुप्ता, सुमंती, तरुण जैन, राजकुमार, सत्येंद्र कुमार, सरवन कुमार, दिनेश तिवारी, राजू, मोहित, संदीप व उत्तम ने महत्वपूर्ण योगदान दिया।