आलोक गुप्ता
प्रयागराज/प्रतापगढ़: (Prayagraj/Pratapgarh) कड़ाके की शीतलहर सक्रिय हुए पश्चिमी विक्षोभ का असर उत्तर प्रदेश के कई जनपदों में देखने को मिल रहा है। रविवार को कानपुर में ओले गिरने के साथ ही कौशांबी, प्रयागराज, प्रतापगढ़, रायबरेली और अमेठी आदि में रिमझिम फुहारें पड़ी हैं। रविवार को कहीं-कहीं हल्की धूप दिख गई थी, लेकिन सोमवार को आसमान दिनभर बादलों से ढका रहा। प्रयागराज में दोपहर के वक्त काले बादलों की वजह से दिन मेंही अंधेरा सा छा गया।
मौसम विभाग के जानकार इविवि के प्रो. शैलेंद्र राय ने बताया कि अफगानिस्तान और पश्चिमी पाकिस्तान में बीते दिनों सक्रिय हुए पश्चिमी विक्षोभ के कारण पूरे उत्तर भारत में बादल सक्रिय हैं। पहाड़ों पर हुई बर्फबारी के बाद मौसम भी पूरी तरह से नम है। इसका असर आज यानी सोमवार और मंगलवार को ज्यादा देखने को मिलेगा। प्रो. शैलेंद्र राय ने बताया कि आज और कल यूपी के कई जिलों में भारी और हल्की बरसात की संभावना के साथ-साथ ओले गिरने का भी अनुमान है। मौसम में आई यह तब्दीली 25 जनवरी के बाद धीरे-धीरे ठीक होती जाएगी।

रविवार की रात प्रयागराज समेत मंडल के कई जिलों हल्की बूंदाबांदी हुई। यदि मौसम इससे ज्यादा खराब होता है तो ठंड में इजाफा होने की उम्मीद है। फिलहाल अभी शीतलहर का असर उतना नहीं है, जितना दो-तीन दिन पहले था। जनपद का न्यूनतम तापमान भी सामान्य से ऊपर चल रहा है। दूसरी तरफ पड़ोसी जनपद प्रतापगढ़ में भी मौसम कुछ इसी तरह का बना हुआ है। दिनभर सूर्यदेव के दर्शन नहीं हुए। सनई अनुसंधान केंद्र के मौसम विशेषज्ञ देशराज मीना ने बताया कि रविवार को प्रतापगढ़ का न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम 24 डिग्री सेल्सियस था। इसी तरह की स्थिति सोमवार को भी देखने को मिली। आसमान में बादलों के छाए रहने और पूर्वोत्तर से चलने वाली हवाएं ठंड का आभास करा रही थीं। बताते चलें कि प्रतापगढ़ में बीते शुक्रवार को न्यूनतम तापमान चार डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया था।
फिलहाल आसमान में छाए बादल यदि हैवी रेनफाल में तब्दील होते हैं तो रबी की फसल सरसो समेत फूल वाली सभी फसलों का नुकसान हो सकता है। इसके अलावा यदि ओले गिरे तो फसल पूरी तरह से चौपट हो सकती है। मौसम विभाग ने 25 जनवरी तरह के लिए चेतावनी जारी कर रखी है। प्रदेश के कई जिलों के लिए अलर्ट भी जारी किया गया है।