
प्लांट की तरफ से नौकरी और आर्थिक मदद के आश्वासन पर माने परिजन
आलोक गुप्ता
प्रयागराज: (Prayagraj) पीपीजीसीएल बारा में संविदा के पद पर कार्यरत रहे राम सिंह यादव का इलाज के दौरान निधन हो गया। उसे एसजीपीजीआई लखनऊ में भर्ती करवाया गया था। शुक्रवार की देर शाम लखनऊ से शव प्रयागराज लाया गया। इसके बाद राम सिहं यादव के परिजन शव लेकर पीपीजीसीएल के गेट पर पहुंच गए और प्रदर्शन शुरू कर दिया। गेट पर बवाल की सूचना मिलते ही पावरप्लांट प्रबंधन के लोग मौके पर पहुंचे और मृतक राम सिंह यादव के परिजनों से बातचीत की और आर्थिक मदद, नौकरी का आश्वासन देकर परिजनों का गुस्सा शांत कराया।
बताते चलें कि प्रयागराज पावर जेनरेशन कंपनी लिमिटेड में कार्यरत संविदाकर्मी राम सिंह यादव (34) पुत्र विक्रम सिंह यादव पर चोरी का आरोप लगाते हुए नौकरी से निकाल दिया गया था। इस मामले की जानकारी होने पर 16 नवंबर को राम सिंह यादव ने प्लांट परिसर में ही तेल उड़ेलकर आग लगा ली थी। गंभीर रूप से झुलसे राम सिंह को पहले एसआरएन ले जाया गया। आरामनहीं होने पर उसे इलाजके निमित्त एसजीपीजीआई ले जाया गया,पर उसे बचाया नहीं जा सका।
शुक्रवार की रात पीपीजीसीएल के गेट पर प्रदर्शन के दौरान पीड़ित पक्ष व पावरप्लांट प्रबंधन से वार्ता हुई, जिसके बाद प्लांट की तरफ से लिखित में आश्वासन दिया गया, इसके बाद परिजनों व नाराज लोगों का गुस्सा शांत हुआ।
मृतक के पिता विक्रम सिंह यादव ने बताया कि प्लांट की तरफ से लिखित में नौकरी व आर्थिक मदद का आश्वासन दिया गया है। प्लांट की तरफ से विक्रम सिंह यादव को मृतक की पत्नी आशा यादव को नौकरी व एक लाख रुपये की तात्कालिक सहायता व दोनों बच्चों को दो-दो लाख रुपये की एफडी दिए जाने का भरोसा प्लांट की तरफ से दिया गया है। इसके अलावा पद रिक्त होने पर विक्रम के तीन अन्य बेटों को समायोजित किए जाने का भरोसा पावरप्लांट की तरफ से दिया गया है। फिलहाल घर के कमाऊ पूत राम सिंह यादव की मौत से पूरे परिवार में कोहराम मचा हुआ है। पत्नी आशा का रो-रोकर बुरा हाल है।