नई दिल्ली : (New Delhi) केन्द्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी (Union Minister Prahlad Joshi) ने कर्नाटक के अनुसूचित जाति और जनजाति समुदाय से जुड़े वाल्मीकि निगम घोटाले में मांग की है कि मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को पूरे मामले को सीबीआई को सौंपकर अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए।
संसद भवन में आज एक बयान में प्रह्लाद जोशी ने कहा कि कर्नाटक सरकार ने एससी-एसटी फंड का दुरुपयोग किया है। 189 करोड़ रुपये ट्रांसफर होने थे, लेकिन उसमें से 89 करोड़ रुपये शुरू में ही ट्रांसफर कर दिए गए। ये बहुत बड़ा घोटाला था।
मामले में एसआईटी गठित की गई और काफी दबाव के बाद कुछ मंत्रियों ने इस्तीफा दिया, लेकिन आरोपित मंत्रियों की जांच नहीं की गई। जब ईडी ने मामले में हस्ताक्षेप किया तो उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई। वाल्मीकि बोर्ड घोटाले में भी सीएम की संलिप्तता है। वहीं, ‘मुदा’ घोटाले में उनकी पत्नी के नाम करोड़ों की 14 सबसे कीमती जमीनें आवंटित की गई हैं।
उन्होंने कहा कि 2013 में उन्होंने अपने एफीडेविट में इस जमीन के बारे में कुछ भी नहीं बताया था। 2018 में उन्होंने इसकी कीमत 25 लाख रुपये बताई थी। 2023 में उन्होंने इसकी कीमत 25 करोड़ रुपये बताई। हमने सीएम से पद छोड़ने और पूरे प्रकरण को सीबीआई को सौंपने की मांग की है।