नई दिल्ली : (New Delhi) भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (Indian Space Research Organization) (इसरो ) ने एक और बड़ी उपलब्धि हासिल की है। इसरो ने स्पेडेक्स मिशन में अनडॉकिंग को सफलतापूर्वक पूरा किया है। गुरुवार को इसरो ने एक्स पर तस्वीरें जारी करते हुए यह जानकारी दी है।
उल्लेखनीय है कि मिशन की लॉन्चिंग के बाद 2 अलग-अलग सेटेलाइट्स को स्पेस में आपस मे जोड़कर इसरो ने इतिहास लिखा था। आपस में जुड़े इन दो सेटेलाइट्स को आज फिर से सफलता पूर्वक अलग कर दिया गया। स्पेस में 2 अलग-अलग सेटेलाइट को जोड़ने और अलग करने के ऐसे प्रयोग और भी होंगे। आज की ये सफलता भविष्य के डीप स्पेस मिशन और स्वदेशी अंतरिक्ष स्टेशन स्थापित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।
केन्द्रीय मंत्री जितेन्द्र सिंह ने इस उपलब्धि पर इसरो की टीम को बधाई दी। उन्होंने कहा कि हर भारतीय के लिए खुशी की बात है। स्पैडेक्स सैटेलाइट्स ने अविश्वसनीय डी-डॉकिंग को पूरा किया। इससे भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन, चंद्रयान 4 और गगनयान सहित भविष्य के महत्वाकांक्षी मिशनों के सुचारू संचालन का मार्ग प्रशस्त हुआ है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का निरंतर संरक्षण उत्साह को बढ़ाता रहता है।
स्पेडेक्स मिशन का प्राथमिक उद्देश्य निम्न भू वृत्ताकार कक्षा में दो छोटे अंतरिक्ष यान (एसडीएक्स01, जिसका नाम चेज़र है, और एसडीएक्स02, जिसका नाम टार्गेट है) उसके मिलन, डॉकिंग और अनडॉकिंग के लिए जरूरी टेक्नोलॉजी को डेवलेप और प्रदर्शित करना है। द्वितीयक उद्देश्यों में डॉक किए गए अंतरिक्ष यान के बीच विद्युत शक्ति के अंतरण का प्रदर्शन, जो अंतरिक्ष रोबोटिक्स जैसे भविष्य के अनुप्रयोगों के लिए आवश्यक है।