नई दिल्ली : (New Delhi) दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Indira Gandhi International Airport) (आईजीआई) पर पुलिस ने तीन एजेंटों को गिरफ्तार किया है। ये एक व्यक्ति को दूसरे के पासपोर्ट पर कनाडा भेजने की साजिश में शामिल थे। घटना 9-10 अप्रैल की रात की है, जब एक यात्री आईजीआई एयरपोर्ट से कनाडा जाने के लिए पहुंचा। जांच के दौरान पासपोर्ट में लगी फोटो यात्री से मेल नहीं खा रही थी। गहन पूछताछ के बाद उसकी असली पहचान मनप्रीत सिंह (40), निवासी मोहाली (पंजाब) के रूप में हुई।
आईजीआई एयरपोर्ट की डीसीपी उषा रंगनानी (IGI Airport DCP Usha Rangnani) ने बुधवार को बताया कि पुलिस ने पूछताछ शुरू की तो मनप्रीत ने बताया कि उसने कनाडा जाने के लिए एजेंट रूपिंदर सिंह से संपर्क किया था, जिसने 32 लाख रुपये में अवैध यात्रा की व्यवस्था करने का वादा किया। 20 लाख रुपये एडवांस में दिए गए और बाकी कनाडा पहुंचने पर देने की बात तय हुई। रूपिंदर के कहने पर मनप्रीत दिल्ली आया और महिपालपुर के होटल में रुका। वहां दो अन्य एजेंट विशाल और हरीश ने उसे कमलजीत सिंह के नाम का पासपोर्ट सौंपा।
इमिग्रेशन जांच में फर्जीवाड़ा पकड़ा गया और जांच शुरू हुई। पुलिस टीम ने तकनीकी सर्विलांस और स्थानीय इनपुट के आधार पर हिमाचल प्रदेश से तीनों आरोपितों रूपिंदर सिंह, हरीश चौधरी और विशाल धीमान को गिरफ्तार कर लिया। तीनों आरोपितों ने अवैध तरीके से विदेश भेजने की बात कबूल की है। उनके बैंक खातों की जांच और अन्य मामलों से संबंध की पड़ताल की जा रही है। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि केवल अधिकृत एजेंसियों से ही यात्रा दस्तावेज बनवाएं और फर्जी एजेंटों से सावधान रहें।