नई दिल्ली : (New Delhi) भारत के दिग्गज टेनिस खिलाड़ी रोहन बोपन्ना (Indian tennis legend Rohan Bopanna) ने शनिवार को प्रोफेशनल टेनिस से संन्यास की घोषणा कर दी है। उनका आखिरी मैच पेरिस मास्टर्स 1000 (His last match was at the Paris Masters 1000) में हुआ, जहां उन्होंने अलेक्जेंडर बब्लिक के साथ जोड़ी बनाई।
बोपन्ना ने इंस्टाग्राम पर लिखा, “किसी ऐसी चीज़ को अलविदा कैसे कहूं जिसने मेरे जीवन को अर्थ दिया? 20 अविश्वसनीय वर्षों के बाद अब वक्त आ गया है… मैं अपने रैकेट को आधिकारिक रूप से टांग रहा हूं। कूर्ग में लकड़ी काटने से लेकर सर्व मजबूत करने से करने और दुनिया के सबसे बड़े स्टेडियमों की रोशनी के नीचे खड़े होने तक यह सफर अविश्वसनीय रहा। भारत का प्रतिनिधित्व करना मेरे जीवन का सबसे बड़ा सम्मान है।”
बोपन्ना ने 43 वर्ष की आयु में पिछले साल इतिहास रचा था, जब वे पहली बार पुरुष युगल विश्व नंबर-1 बने (men’s doubles world No. 1 for the first time) और ऐसा करने वाले सबसे उम्रदराज खिलाड़ी बने। इसके बाद उन्होंने ऑस्ट्रेलियन ओपन 2024 में मैथ्यू एब्डन के साथ युगल खिताब जीतकर ओपन एरा में ग्रैंड स्लैम जीतने वाले सबसे उम्रदराज पुरुष खिलाड़ी का रिकॉर्ड अपने नाम किया। यह उनका दूसरा ग्रैंड स्लैम खिताब था। पहला उन्होंने 2017 फ्रेंच ओपन मिक्स्ड डबल्स में जीता था।
बोपन्ना पहले ही खिलाड़ी हैं, जिन्होंने ग्रैंड स्लैम और एटीपी मास्टर्स 1000 दोनों खिताब सबसे अधिक उम्र में (both a Grand Slam and an ATP Masters 1000 title) जीते। उन्होंने हाल ही में जापान ओपन 2025 के फाइनल में पहुंचे और ओपन एरा में दूसरे सबसे उम्रदराज पुरुष युगल फाइनलिस्ट बनकर इतिहास रच दिया। तीन बार ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले बोपन्ना रियो 2016 में सानिया मिर्जा के साथ मिक्स्ड डबल्स में चौथे स्थान पर रहे थे। वे दो दशकों तक भारत की डेविस कप टीम के भरोसेमंद स्तंभ बने रहे। टेनिस जगत में बोपन्ना का यह सफर समर्पण, निरंतरता और भारतीय खेल भावना का अद्भुत प्रतीक रहा।



