नई दिल्ली : (New Delhi) भारत ने वित्त वर्ष 2023-24 में 997.826 मिलियन टन का अपना अब तक का सर्वाधिक कोयला उत्पादन किया, जो वित्त वर्ष 2022-23 में 893.191 मिलियन टन कोयला उत्पादन की तुलना में 11.71 फीसदी की उल्लेखनीय वृद्धि को दर्शाता है।
कोयला मंत्रालय (Ministry of Coal) ने शनिवार को एक्स पोस्ट में बताया कि 2024 में मंत्रालय ने एक परिवर्तनकारी वर्ष देखा है, जिसमें उत्पादन, स्थिरता और तकनीकी नवाचार में अभूतपूर्व उपलब्धियाँ दर्ज की गई हैं। प्रधानमंत्री के दूरदर्शी नेतृत्व में मंत्रालय भारत को विकसित भारत की ओर तेजी से आगे बढ़ा रहा है, ऊर्जा सुरक्षा को मजबूत कर रहा है और आत्मनिर्भरता को बढ़ावा दे रहा है।
मंत्रालय के मुताबिक एकीकृत कोयला रसद योजना (Integrated Coal Logistics Scheme) के तहत केंद्र सरकार ने वित्त वर्ष 2030 तक 1.5 बीटी कोयला के उत्पादन का लक्ष्य रखा है। कैलेंडर वर्ष 2024 (15 दिसंबर तक) के दौरान कोयला का उत्पादन अनंतिम 988.32 मिलियन टन तक पहुंच गया, जो साल-दर-साल 7.66 फीसदी की वृद्धि को दर्शाता है।
कोयला मंत्रालय ने बताया कि कोयले की आपूर्ति में भी उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है, 15 दिसंबर, 2024 तक 963.11 मिलियन टन कोयले की अनंतिम आपूर्ति की गई है, जो पिछले वर्ष की तुलना में 6.47 फीसदी अधिक है। इसी तरह बिजली क्षेत्र को 792.958 मिलियन टन कोयला मिला है, जिसमें 5.02 फीसदी की वृद्धि हुई। इसके अलावा गैर-विनियमित क्षेत्र (एनआरएस) में 14.48 फीसदी की वृद्धि देखी गई, जिसमें 171.236 मिलियन टन की आपूर्ति की गई है।