निर्माण की गुणवत्ता में कमी होने पर ठेकेदार ब्लैकलिस्ट होगा और संबंधित अधिकारियों को निलंबित कर दिया जाएगा
नई दिल्ली : (New Delhi) दिल्ली के लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) मंत्री प्रवेश साहिब वर्मा ने शनिवार को रोहतक रोड का निरीक्षण किया। यह सड़क हरियाणा को दिल्ली से जोड़ने वाला एक महत्वपूर्ण मार्ग है, जो लंबे समय से खराब स्थिति में था। फरवरी से यहां जल निकासी निर्माण कार्य जारी है। स्थानीय निवासियों की लगातार शिकायतों के बाद मंत्री ने इस सड़क की जिम्मेदारी पीडब्ल्यूडी से लेकर भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) को सौंपने का निर्णय लिया है।
यह पुनर्विकास परियोजना पीरागढ़ी चौक से टिकरी बॉर्डर तक कुल 18 किलोमीटर के हिस्से को कवर करेगी। जल निकासी प्रणाली के निर्माण की अनुमानित लागत लगभग 115 करोड़ रुपये है और इसे 14 महीनों में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। यह क्षेत्र इंद्र प्रस्थ गैस लिमिटेड (आईजीएल) और दिल्ली मेट्रो के तीन स्टेशनों के करीब आता है, जिसके लिए आवश्यक अनुमति प्राप्त करनी होगी।
वर्मा ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि सभी आवश्यक स्वीकृतियों की प्रक्रिया को शीघ्र पूरा किया जाए। उन्होंने कहा कि अनुमतियों में देरी से परियोजना की लागत बढ़ती है, इसलिए इसे प्राथमिकता दी जानी चाहिए। निरीक्षण के दौरान मंत्री ने सड़क की खराब स्थिति और पूर्व में इसे नजरअंदाज किए जाने पर चिंता जताई।
उन्होंने कहा कि रोहतक रोड की हालत बहुत खराब थी और स्थानीय लोगों की यह आम शिकायत थी कि कोई जनप्रतिनिधि इसकी सुध नहीं लेता। अब यहां जल निकासी का कार्य शुरू हो गया है और पूरी सड़क को एनएचएआई को सौंप दिया गया है। इस परियोजना में पीडब्ल्यूडी और बाढ़ नियंत्रण विभाग मिलकर काम कर रहे हैं। मंत्री ने निर्माण कार्य की गुणवत्ता बनाए रखने पर भी जोर दिया।
उन्होंने कहा कि हम ऐसी सड़कें और जल निकासी प्रणाली बना रहे हैं जो वर्षों तक टिकेगी। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि निर्माण की गुणवत्ता में कोई भी कमी पाई गई तो ठेकेदार को ब्लैकलिस्ट कर दिया जाएगा और संबंधित अधिकारियों को निलंबित कर दिया जाएगा।
इसके अलावा पीडब्ल्यूडी मंत्री ने बताया कि खराब सड़कों के कारण प्रदूषण स्तर में भी वृद्धि होती है। उन्होंने जनता को आश्वस्त किया कि दिल्ली सरकार मजबूत और उच्च गुणवत्ता वाली सड़कें बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। मंत्री वर्मा ने विश्वास दिलाया कि निर्धारित समय सीमा में रोहतक रोड और जल निकासी परियोजना का कार्य पूरा कर लिया जाएगा, जिससे दिल्ली और हरियाणा के बीच यातायात सुगम होगा।