नई दिल्ली : (New Delhi) ग्रैंडमास्टर आर. प्रज्ञानानंद (Grandmaster R. Praggnanandhaa)ने सोमवार को फिडे सर्किट 2025 का खिताब जीतकर कैंडिडेट्स टूर्नामेंट 2026 के लिए अपना स्थान पक्का कर लिया है। इसके साथ ही वह अगले साल होने वाले कैंडिडेट्स टूर्नामेंट में भारत की ओर से एकमात्र पुरुष खिलाड़ी होंगे।
प्रज्ञानानंद का यह साल अब तक शानदार रहा है। उन्होंने विश्व शतरंज के कई प्रतिष्ठित टूर्नामेंट्स में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए टाटा स्टील मास्टर्स, सुपरबेट चेस क्लासिक रोमानिया, उजचेस कप मास्टर्स और लंदन चेस क्लासिक ओपन (Tata Steel Masters, Superbet Chess Classic Romania, Uzbek Chess Cup Masters, and London Chess Classic Open) जैसे खिताब अपने नाम किए। इसके अलावा उन्होंने स्टेपान अवाग्यान मेमोरियल में दूसरा स्थान हासिल किया, जबकि सिनक्वेफील्ड कप में 12वें स्थान पर रहे।
हाल ही में समाप्त हुए फाइड वर्ल्ड कप (FIDE World Cup) में भी प्रज्ञानानंद ने चौथे राउंड तक का सफर तय किया, जहां से उन्हें बाहर होना पड़ा। इसके बावजूद पूरे सीजन में उनके निरंतर प्रदर्शन ने उन्हें फाइड सर्किट रैंकिंग में शीर्ष पर पहुंचा दिया, जिसका सीधा लाभ कैंडिडेट्स 2026 के रूप में मिला।
अब तक कैंडिडेट्स टूर्नामेंट 2026 की आठ में से सात सीटें भर चुकी हैं। प्रज्ञानानंद के अलावा अनिश गिरी, फेबियानो कारुआना, मैथियास ब्लूबाउम, जावोखिर सिंदारोव, वेई यी और आंद्रेई एसिपेंको भी टूर्नामेंट के लिए क्वालीफाई कर चुके हैं।
आठवीं और आखिरी सीट उस खिलाड़ी को मिलेगी जिसकी छह महीने की औसत रेटिंग सबसे अधिक होगी। यह रेटिंग 1 अगस्त 2025 से 1 जनवरी 2026 तक की फाइड स्टैंडर्ड रेटिंग लिस्ट (FIDE Standard Rating List from August 1, 2025, to January 1, 2026) के आधार पर तय की जाएगी। इसके लिए खिलाड़ी का 1 फरवरी 2025 से 1 जनवरी 2026 के बीच कम से कम 40 रेटेड मुकाबले खेलना अनिवार्य होगा।
कैंडिडेट्स टूर्नामेंट 2026 का आयोजन मार्च और अप्रैल के बीच किया जाएगा।
जहां पुरुष वर्ग में प्रज्ञानानंद भारत के एकमात्र प्रतिनिधि होंगे, वहीं महिला वर्ग में भारत की तीन खिलाड़ी— दिव्या देशमुख, कोनेरू हंपी और आर. वैशाली — पहले ही विमेंस कैंडिडेट्स टूर्नामेंट के लिए क्वालीफाई कर चुकी हैं।



