नई दिल्ली : (New Delhi) एडुटेक कंपनी फिजिक्सवाला (edutech company Physicswala) के शेयरों ने आज स्टॉक मार्केट में मजबूत एंट्री करके अपने आईपीओ निवेशकों को खुश (delighting its IPO investors) कर दिया। आईपीओ के तहत कंपनी के शेयर 109 रुपये के भाव पर जारी किए गए थे। आज बीएसई पर इसकी लिस्टिंग करीब 35 प्रतिशत प्रीमियम के साथ 143.10 रुपये के स्तर पर और एनएसई पर 145 रुपये के स्तर पर हुई। लिस्टिंग के बाद लिवाली के सपोर्ट से ये शेयर उछल कर बीएसई पर 162.05 रुपये के स्तर पर और एनएसई पर 161.99 रुपये के स्तर तक पहुंचा। हालांकि बाद में मुनाफा वसूली होने के कारण ये शेयर ऊपरी स्तर से लुढ़क कर 155.24 रुपये के स्तर पर बंद हुआ। इस तरह पहले दिन के कारोबार में कंपनी के आईपीओ निवेशकों को 42.42 प्रतिशत का मुनाफा हो गया।
फिजिक्सवाला का 3,480.71 करोड़ रुपये का आईपीओ 11 से 13 नवंबर के बीच सब्सक्रिप्शन के लिए खुला (Physicswala’s INR 3,480.71 crore IPO was open for subscription between November 11th and 13th) था। इस आईपीओ को निवेशकों की ओर से एवरेज रिस्पॉन्स मिला था, जिसके कारण ये ओवरऑल 1.92 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इनमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (क्यूआईबी) के लिए रिजर्व पोर्शन 2.86 गुना सब्सक्राइब हुआ था। वहीं, नॉन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (एनआईआई) के लिए रिजर्व पोर्शन में सिर्फ 0.51 गुना सब्सक्रिप्शन आया था। इसी तरह रिटेल इन्वेस्टर्स के लिए रिजर्व पोर्शन 1.14 गुना और एंप्लॉयीज के लिए रिजर्व पोर्शन 3.71 गुना सब्सक्राइब हुआ था।
इस आईपीओ के तहत 1 रुपये फेस वैल्यू वाले 3,100.71 करोड़ रुपये के 28,44,03,669 नए शेयर जारी किए गए हैं। इसके अलावा 380 करोड़ रुपये के 3,48,62,384 शेयर ऑफर फॉर सेल विंडो के जरिये बेचे गए हैं। आईपीओ के जरिये जुटाए गए पैसे का इस्तेमाल कंपनी अपने ऑफलाइन और हाईब्रिड के फिटआउट और लीज पेमेंट करने, सर्वर और क्लाउड से जुड़े इंफ्रास्ट्रक्चर को विकसित करने, मार्केटिंग और अधिग्रहण करने तथा आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में करेगी।
कंपनी की वित्तीय स्थिति की बात करें तो कैपिटल मार्केट रेगुलेटर सेबी के पास जमा कराए गए ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (डीआरएचपी) (Draft Red Herring Prospectus (DRHP)) में किए गए दावे के मुताबिक इसकी वित्तीय सेहत में उतार-चढ़ाव होता रहा है। वित्त वर्ष 2022-23 में कंपनी को 84.08 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ था, जो अगले वित्त वर्ष 2023-24 में बढ़ कर 1,131.13 करोड़ रुपये और 2024-25 में कम होकर 243.26 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया। मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही यानी अप्रैल से जून 2025 में कंपनी को 127.01 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हो चुका है।
इस दौरान कंपनी की राजस्व प्राप्ति में लगातार बढ़ोतरी (company’s revenue receipts have steadily increased) हुई। वित्त वर्ष 2022-23 में इसे 772.54 करोड़ का कुल राजस्व प्राप्त हुआ, जो वित्त वर्ष 2023-24 में बढ़ कर 2,015.35 करोड़ और वित्त वर्ष 2024-25 में उछल कर 3,039.09 करोड़ रुपये के स्तर पर आ गया। मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही यानी अप्रैल से जून 2025 में कंपनी को 905.41 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हो चुका है।
इस अवधि में कंपनी के कर्ज की स्थिति में उतार-चढ़ाव होता रहा। वित्त वर्ष 2022-23 के अंत में कंपनी पर 956.15 करोड़ रुपये के कर्ज का बोझ था, जो वित्त वर्ष 2023-24 में बढ़ कर 1,687.40 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2024-25 में कम होकर 33 लाख रुपये के स्तर पर आ गया। मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही यानी अप्रैल से जून 2025 की बात करें, तो इस दौरान कंपनी पर 1.55 करोड़ रुपये के कर्ज का बोझ था।



