नई दिल्ली : विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के चेयरमैन एम. जगदीश कुमार ने मंगलवार को कहा कि अब राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (यूजीसी नेट) के सभी 83 विषयों का पाठ्यक्रम बदलेगा।
केंद्रीय विश्वविद्यालयों में सहायक प्रोफेसर और जूनियर रिसर्च फेलोशिप (जेआरएफ) के लिए यूजीसी-नेट अनिवार्य है। यूजीसी काउंसिल की 03 नवंबर को हुई बैठक में पाठ्यक्रम में संशोधन का फैसला लिया गया है। यूजीसी एक विशेषज्ञ समिति गठित कर यह कवायद करेगी।
यूजीसी चेयरमैन ने मंगलवार को कहा कि यूजीसी-नेट में इस नए पाठ्यक्रम को पेश करने से पहले उम्मीदवारों को पर्याप्त समय दिया जाएगा ताकि बदलाव सुचारू रूप से हो सके। देश के शीर्ष शिक्षा नियामक, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने आखिरी बार 2017 में यूजीसी-नेट विषयों के पाठ्यक्रम को अद्यतन करने की प्रक्रिया शुरू की थी। उन्होंने कहा कि हालांकि, 2020 में राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) लॉन्च करने के बाद, बहु-विषयक पाठ्यक्रम और समग्र शिक्षा प्रदान करने के लिए उच्च शिक्षा में काफी विकास हुआ है। इसलिए, आयोग ने निर्णय लिया है कि यूजीसी-नेट के विषयों के पाठ्यक्रम को अद्यतन करने की कवायद शुरू की जा सकती है।