नई दिल्ली: (New Delhi)सरकार ने सेमीकंडक्टर और चिप डिजाइन उद्योगों में कुशल पेशेवरों की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए एक नए उत्कृष्टता केंद्र (सीओई) का शुभारंभ किया है। इस केंद्र का उद्घाटन इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के सचिव एस. कृष्णन ने किया
इलेक्ट्रानिक्स एवं आईटी मंत्रालय ने बुधवार को एक बयान जारी कर बताया कि राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (नाइलिट) के नोएडा परिसर में मंगलवार को इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के सचिव एस. कृष्णन ने राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईईएलआईटी) के एक उत्कृष्टता केंद्र (सीओई) का उद्घाटन किया। यह केंद्र भारत की सेमीकंडक्टर के डिजाइन और विकास क्षमताओं को आगे बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
सचिव एस. कृष्णन ने प्रोजेक्ट लैब और स्मार्ट क्लास रूम सहित केंद्र की अत्याधुनिक सुविधाओं का दौरा किया। उन्होंने कहा कि ये प्रोजेक्ट लैब छात्रों, पेशेवरों और शोधकर्ताओं के बीच अभिनव चिप डिजाइन परियोजनाओं पर सहयोग के लिए एक केंद्र के रूप में काम करेगा। इसी दौरान उन्नत शिक्षण सहायक सामग्री से लैस स्मार्ट क्लासरूम छात्रों को बेहतर शिक्षण अनुभव प्रदान करेगा।
मंत्रालय के अनुसार डीपीआईआईटी से मान्यता प्राप्त स्टार्टअप एसओसीटीमअप सेमीकंडक्टर्स प्राइवेट लिमिटेड के सहयोग से स्थापित यह केंद्र भारत की सेमीकंडक्टर के डिजाइन और विकास क्षमताओं को आगे बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। नया उत्कृष्टता केंद्र, वीएलएसआई (बहुत बड़े पैमाने पर एकीकरण) और चिप डिजाइन में अनुसंधान, नवाचार एवं प्रशिक्षण के लिए अत्याधुनिक सुविधाएं प्रदान करके सेमीकंडक्टर और चिप डिजाइन उद्योगों में कुशल पेशेवरों की बढ़ती मांग को पूरा करेगा।
इस मौके पर वीएलएसआई-आधारित बौद्धिक संपदा (आईपी) का एक विशेष प्रदर्शन भी किया गया, जो सेमीकंडक्टर क्षेत्र में बौद्धिक संपदा के डिजाइन और विकास को आगे बढ़ाने के लिए केंद्र की प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है। इस प्रदर्शन ने वीएलएसआई में एक मजबूत ज्ञान आधार बनाने और उद्योग की बढ़ती जरूरतों को पूरा करने के लिए प्रतिभा के एक पूल को विकसित करने में केंद्र की भूमिका पर प्रकाश डाला।
मंत्रालय के मुताबिक सेमीकंडक्टर संबंधी नवाचार में वैश्विक अग्रणी बनने के दृष्टिकोण के साथ यह केंद्र वीएलएसआई और चिप डिजाइन को उन्नत बनाने का काम करेगा। विश्वस्तरीय शिक्षा, अनुसंधान और उद्योग से जुड़े सहयोग को बढ़ावा देकर, केंद्र वैश्विक स्तर पर सेमीकंडक्टर की मांग को पूरा करने के लिए नवाचार को बढ़ावा देगा तथा अत्यधिक कुशल प्रतिभा पूल विकसित करेगा, जिससे वैश्विक स्तर पर इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी क्षेत्रों में भारत की स्थिति मजबूत होगी।
उल्लेखनीय है कि एसओसीटीमअप सेमीकंडक्टर्स प्राइवेट लिमिटेड डीपीआईआईटी से मान्यता प्राप्त स्टार्टअप है जो वीएलएसआई और एसओसी डिज़ाइन के क्षेत्र में प्रौद्योगिकी समाधानों में माहिर है।