नई दिल्ली/मुंबई : (New Delhi/Mumbai) प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) (The Enforcement Directorate) ने शनिवार को पुणे स्थित एक फर्जी कॉल सेंटर (fake call center based in Pune) के जरिए अमेरिकी नागरिकों से लाखों डॉलर की (millions of dollars from US citizens) ठगी से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया है। केंद्रीय जांच एजेंसी ने ये गिरफ्तारी मैग्नेटेल बीपीएस कंसल्टेंट्स एंड एलएलपी के खिलाफ साइबर धोखाधड़ी से जुड़े मामले में अहमदाबाद, जयपुर, जबलपुर और पुणे में छापेमारी के बाद की है।
प्रवर्तन निदेशालय ने जारी एक बयान में कहा कि ईडी, मुंबई ने मेसर्स मैग्नेटेल बीपीएस कंसल्टेंट्स एंड एलएलपी की साइबर धोखाधड़ी गतिविधियों की चल रही जांच के सिलसिले में अहमदाबाद, जयपुर, जबलपुर और पुणे स्थित कई परिसरों में सघन तलाशी अभियान चलाया और इससे जुड़े दो लोगों को गिरफ्तार किया है।
एजेंसी ने कहा कि मेसर्स मैग्नेटेल बीपीएस कंसल्टेंट्स (Magnetel BPS Consultants) एंड एलएलपी एक फर्जी ऋण योजना के माध्यम से अमेरिकी नागरिकों को निशाना बना रहा था। ईडी के अधिकारियों ने इस तलाशी अभियान के दौरान 7 किलोग्राम सोना, 62 किलोग्राम चांदी, 1.18 करोड़ रुपये नकदी, 9.2 करोड़ रुपये मूल्य की अचल-संपत्ति के दस्तावेज और फर्जी कॉल सेंटर के संचालन से संबंधित डिजिटल साक्ष्य जब्त किए हैं। एजेंसी ने बताया कि मेसर्स मैग्नेटेल बीपीएस कंसल्टेंट्स एंड एलएलपी के दो साझेदारों संजय मोरे और अजीत सोनी (two partners of M/s Magnetel BPS Consultants & LLP, Sanjay More and Ajit Soni) को जयपुर से गिरफ्तार किया गया।