नई दिल्ली : (New Delhi) प्रौद्योगिकी क्षेत्र की दिग्गज कंपनियों मेटा और गूगल के अधिकारी सोमवार को निर्धारित समय पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) (technology giants Meta and Google did not appear before the Enforcement Directorate) के समक्ष पूछताछ के लिए पेश नहीं हुए हैं। केंद्रीय जांच एजेंसी ने उन्हें “अवैध” ऑनलाइन सट्टेबाजी और जुआ मंचों के प्रचार से जुड़े मनी लॉड्रिंग के एक मामले में अब 28 जुलाई को पेश होने के लिए फिर नया समन जारी किया है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि मेटा और गूगल के अधिकारी प्रवर्तन निदेशालय के समक्ष निर्धारित समय पर पेश नहीं हुए। इन कंपनियों के अधिकारियों को 28 जुलाई को गवाही देने के लिए बुलाया है। धन शोधन निवारण अधिनियम, 2002 (पीएमएलए) के तहत उनके बयान दर्ज किए जाएंगे। हालांकि, इन दोनों कंपनियों की ओर से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
केंद्रीय एजेंसी (The central agency) अवैध सट्टेबाजी और जुए के लिंक होस्ट करने वाले कई प्लेटफॉर्म की जांच कर रही है, जिसमें विभिन्न इंटरनेट-आधारित सोशल मीडिया आउटलेट्स और ऐप स्टोर्स पर उनके लिए दिए गए विज्ञापनों के उदाहरण भी शामिल हैं। ईडी ने इन दिग्गज टेक कंपनियों को यह समझने और पूछताछ करने के लिए बुलाया है कि ऐसे अवैध प्लेटफॉर्म उनके सोशल मीडिया और संचार लिंक पर विज्ञापन कैसे दे सकते हैं।