नई दिल्ली : भारत ने नई दिल्ली में पाक उच्चायोग के एक वरिष्ठ राजनयिक को तलब वहां अल्पसंख्यक सिख समुदाय के लोगों की हत्या पर कड़ा विरोध दर्ज कराया है।
सूत्रों के मुताबिक इस साल अप्रैल से जून के बीच सिखों पर हमले की चार घटनाएं हुई हैं और भारत ने इन्हें गंभीरता से लिया है। भारत ने मांग की है कि पाकिस्तानी अधिकारी सिख समुदाय पर हुए इन हिंसक हमलों की ईमानदारी से जांच करें और जांच रिपोर्ट साझा करें। साथ ही यह भी कहा गया है कि पाकिस्तान को अपने यहां अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए, जो लगातार धार्मिक उत्पीड़न के डर में जी रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि भाजपा नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने कल ही इस संबंध में विदेश मंत्री को इस संबंध में पत्र लिखा था।
सिरसा ने पाकिस्तान के सिखों के साथ एकजुटता व्यक्त करते हुए एक और कदम उठाने के लिए भारत सरकार को धन्यवाद दिया है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की इस मांग की सराहना करते हैं कि पाकिस्तानी अधिकारी सिख समुदाय पर इन हिंसक हमलों की ईमानदारी से जांच करें और जांच रिपोर्ट साझा करें।
उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों मनमोहन सिंह और तरलोक सिंह पर पाकिस्तान के पेशावर में निशाना बनाकर हमला किया गया था। इसमें मनमोहन सिंह की मौत हो गई थी जबकि तरलोक सिंह हमले में बाल-बाल बचे थे।