नई दिल्ली : (New Delhi) केंद्रीय वित्त एवं कॉर्पोरेट मामलों की मंत्री निर्मला सीतारमण (Union Finance and Corporate Affairs Minister Nirmala Sitharaman) ने सोमवार को इस शरद ऋतु तक भारत का अमेरिका के साथ व्यापार समझौते का पहला भाग सकारात्मक रूप से संपन्न होने की उम्मीद जताई है। वह दोनों देशों के बीच कई महत्वपूर्ण बैठकों में भाग लेने के लिए अमेरिका के दौरे पर हैं।
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Union Finance Minister Nirmala Sitharaman) ने सैन फ्रांसिस्को में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए कहा, “अमेरिका के साथ बातचीत का उद्देश्य केवल पारस्परिक टैरिफ संबंधी मामला नहीं है, बल्कि यह हमारे सबसे बड़े व्यापारिक साझेदार के हित में है, जिसके साथ हमें समझौता करने की जरूरत है।” सीतारमण ने कैलिफोर्निया के सैन फ्रांसिस्को में इंडिया कम्युनिटी सेंटर में आयोजित एक सामुदायिक सभा में प्रवासी भारतीयों से बातचीत की।
सीतारमण ने एक कार्यक्रम के दौरान अपने संबोधन में कहा कि कोविड-19 महामारी के दौरान हमारा राजकोषीय घाटा बढ़ गया, लेकिन 2021 में हमने स्पष्ट संकेत दिया कि हम अपने राजकोषीय घाटे को कैसे प्रबंधित करना चाहते हैं। हमने साल-दर-साल लक्ष्य निर्धारित किए और 2026 तक राजकोषीय घाटे को 4.5 फीसदी से नीचे लाने के लिए प्रतिबद्ध हैं और हम हर साल बिना चूके इसी का पालन कर रहे हैं।
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पांच दिवसीय अमेरिकी यात्रा पर हैं, जहां वह अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष और विश्व बैंक की वसंतकालीन बैठकों तथा जी-20 वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंक गवर्नरों की बैठक में शामिल होंगी। इसके अलावा उनका अमेरिकी ट्रेजरी सचिव स्कॉट बेसेन्ट से भी मिलने का कार्यक्रम है तथा संयुक्त राज्य अमेरिका व्यापार प्रतिनिधि कार्यालय के अधिकारियों से भी बात करने की उम्मीद है।