RBI की रेपो रेट कटौती के बाद लोन ग्राहकों को राहत, EMI में भी आएगी कमी
नई दिल्ली : (New Delhi) भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India) (RBI) की जून 2025 की मौद्रिक नीति समिति (Monetary Policy Committee) (MPC) बैठक में रेपो रेट में 0.50% की कटौती के बाद उपभोक्ता ऋणों पर बैंकों की ब्याज दरों में गिरावट शुरू हो गई है। इसी क्रम में सार्वजनिक क्षेत्र के प्रमुख बैंक केनरा बैंक ने अपनी रेपो लिंक्ड लेंडिंग रेट (repo linked lending rate) (RLLR) को 8.75% से घटाकर 8.25% कर दिया है। यह नई दरें 12 जून 2025 से लागू हो चुकी हैं।
होम और ऑटो लोन पर मिलेगी राहत
ब्याज दरों में कटौती का सीधा असर होम और ऑटो लोन पर पड़ा है। अब होम लोन की न्यूनतम ब्याज दर 7.90% से घटकर 7.40% हो गई है। ऑटो लोन की दर 8.20% से घटकर 7.70% हो गई है। इससे लोन पर लगने वाली EMI कम होगी और लोन लेना पहले से अधिक सस्ता और सुलभ हो जाएगा।
रेपो रेट में लगातार तीसरी कटौती
RBI ने इस साल तीसरी बार रेपो रेट घटाया है, जिससे अब यह दर 5.50% रह गई है। चूंकि रेपो रेट वह दर है जिस पर आरबीआई बैंकों को कर्ज देता है, इसमें कटौती का सीधा असर बैंकिंग सेक्टर की लेंडिंग दरों पर पड़ता है।
अन्य बैंकों ने भी घटाई दरें
केनरा बैंक के अलावा पंजाब नेशनल बैंक (Punjab National Bank) (PNB) और बैंक ऑफ इंडिया ने भी अपनी RLLR को 8.85% से घटाकर 8.35% किया है। वहीं, बैंक ऑफ बड़ौदा ने अपनी दर 8.65% से घटाकर 8.15% कर दी है। इससे बैंकों के बीच दरों में प्रतिस्पर्धा बढ़ी है और ग्राहकों को सीधा फायदा मिल रहा है।
मध्यम वर्ग और छोटे शहरों के लिए अच्छी खबर
RBI द्वारा अक्टूबर 2019 से सभी नए रिटेल लोन को रेपो या बाहरी बेंचमार्क से लिंक करना अनिवार्य कर दिया गया था, जिससे लोन की दरें पारदर्शी और बाजार-आधारित हो गई हैं। मौजूदा कटौती से मध्यम वर्ग और छोटे शहरों के लोगों को विशेष राहत मिलने की उम्मीद है, जो पहले महंगी EMI के कारण लोन लेने से हिचकते थे। अब घर और वाहन खरीदना पहले से कहीं अधिक सस्ता और आसान हो गया है।