नई दिल्ली : (New Delhi) केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल (Union Commerce and Industry Minister Piyush Goyal) ने शुक्रवार को युवाओं से 2047 तक विकसित भारत के निर्माण में सक्रिय योगदान देने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि नीति निर्माण में योगदान देने के लिए सक्षम एवं प्रतिबद्ध व्यक्तियों की जरूरत है।
केंद्रीय मंत्री नोएडा स्थित श्रीराम मिलेनियम स्कूल में भारत के अंतरराष्ट्रीय राष्ट्र एकीकरण आंदोलन (India International Movement for Integration of Nations) (IIMUN) सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित कर रहे थे। पीयूष गोयल ने युवाओं से भारत के भविष्य की जिम्मेदारी संभालने का आग्रह किया और कहा कि कल के भारत के परिवर्तनकर्ता और प्रेरक बनें। उन्होंने कहा कि सामूहिक संकल्प के साथ, हम हर चुनौती पर विजय पा सकते हैं और अपने राष्ट्र को नई ऊंचाइयों पर ले जा सकते हैं।
गोयल ने इस बात पर प्रकाश डाला कि भारत एक बड़े परिवर्तन के मुहाने पर खड़ा है। 15 अगस्त, 2022 को प्रधानमंत्री के संबोधन को याद करते हुए उन्होंने कहा कि अमृत काल की 25 वर्ष (25-year period of Amrit Kaal) की अवधि 2047 में भारत की स्वतंत्रता की शताब्दी तक ले जाएगी। उन्होंने विस्तार से बताया कि पांच प्रतिज्ञाओं में से पहली प्रतिज्ञा भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने का संकल्प है। गोयल ने कहा कि यह प्रतिबद्धता तभी साकार हो सकती है, जब हम शेष चार प्रतिज्ञाओं को भी उतनी ही गंभीरता से अपनाएं।