
नई दिल्ली : संसद की एक समिति ने सरकार से कश्मीर के ऐसे शिकारा मालिकों के लिए पुनर्वास नीति बनाने की सिफारिश की है जो अपना पारंपरिक कारोबार छोड़कर आजीविका का वैकल्पिक अवसर तलाश करना चाहते हैं। हाल ही में संसद में पेश गृह मंत्रालय से संबंधित स्थाई समिति की रिपोर्ट में यह बात कही गई है। शिकारा एक प्रकार की नौका होती है। यह कश्मीर में डल झील समेत अन्य जलाशयों में तैरते हुए गेस्ट हाउस के रूप में उपयोग में लाई जाती है। अधिकांश शिकारा में मोटर नहीं लगी होती है और वे किसी स्थान पर स्थिर रहती हैं। इनका निर्माण देवदार की लकड़ी से होता है, जो पानी में जल्द खराब नहीं होती।