नई दिल्ली : (New Delhi) कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री पी चिदंबरम (Senior Congress leader and former Union Finance Minister P Chidambaram) ने सोमवार को राज्यसभा में बजट में टैक्स छूट का स्वागत करते हुए कहा कि अगर जीएसटी और पेट्रोल की कीमतों को कम करते थे, इसका सीधा फायदा मध्यम वर्ग के लोगों को होता। सदन में कांग्रेस नेता चिदंबरम ने पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के लिए भारत रत्न देने की मांग उठाई।
बजट पर चर्चा के दौरान कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने कहा कि टैक्स छूट में ढाई करोड़ लोगों को फायदा होगा, लेकिन इसमें अमीर और सबसे अमीर लोगों को फायदा पहुंचेगा। उन्हाेंने कहा क इसके बाद अगर एक करोड़ लोगों को टैक्स से दायरे से बाहर कर दिया जाएगा तो वित्त मंत्री यह दावा कैसे कर रही हैं कि कर संग्रह 11 प्रतिशत बढ़ेगा? यह आंकड़ा पूरी तरह से जादुई आकंडा है। इस बजट के पीछे कोई दर्शन नहीं है।
पी चिंदबरम ने विदेश मंत्रालय के कम होते बजट पर सवाल उठाया। वित्त मंत्री ने इस सदन से विदेश मंत्रालय के लिए 20,517 करोड़ रुपये आवंटित करने की घोषणा की। वित्त वर्ष 2023-24 में, विदेश मंत्रालय के लिए 28,915 करोड़ रुपये आवंटित किए, चालू वर्ष (वित्त वर्ष 2024-25) में संशोधित अनुमान 25,277 करोड़ है, जो लगभग 3,600 करोड़ कम है। अगले साल के लिए, वित्त मंत्री 20,517 करोड़ रुपये देने की बात कर रही हैं, जो फिऱ 5,300 करोड़ कम है। क्या वित्त मंत्री विदेश मंत्रालय के मामले में एलन मस्क की तरह काम कर रही हैं।
कांग्रेस नेता ने कहा कि क्या हम अपनी वैश्विक उपस्थिति को कम कर रहे हैं? क्या विदेशों में दूतावास बंद किए जा रहे हैं। अमेरिका से भारतीयों को डीपोर्ट करने के मामले में चिदंबरम ने संसद में सवाल उठाते हुए पूछा कि क्या विदेश मंत्री अन्य निर्वासित लोगों को लाने के लिए उड़ान भेजेंगे? क्या विदेश मंत्री ने निर्वासितों को हथकड़ी लगाने की एसओपी का विरोध किया?
पी चिदंबरम ने रोजगार सृजन पर भी सवाल उठाए। चिदंबरम ने आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण (पीएलएफएस) की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि वित्त मंत्री ने बताया कि देश में बेरोजगारी दर 3.2 प्रतिशत है, पर रिपोर्ट में युवा बेरोजगारी 10 प्रतिशत है, स्नातक बेरोजगारी 13 प्रतिशत है। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के लिए भारत रत्न देने की मांग की ।