नई दिल्ली : शाहदरा जिला के कृष्णा नगर इलाके में शनिवार देररात एक चार मंजिला इमारत में भीषण आग लग गई। देखते ही देखते आग ने भयावह रूप धारण कर लिया। पार्किंग में लगी आग की तपिश और धुआं ऊपरी मंजिलों पर पहुंचा तो सोते हुए लोगों की नींद खुली। अचानक वहां अफरा-तफरी मच गई। चीख-पुकार के बीच पुलिस व दमकल विभाग को सूचना दी गई।
पड़ोसी भी मदद को भागे। मौके पर पहुंचे दमकल कर्मियों ने आग पर काबू पाने के साथ इमारत में फंसे हुए लोगों को निकाला शुरू किया। इमारत के पिछले हिस्से और सामने की ओर सीढ़ी लगाकर धीरे-धीरे 12 लोगों को निकालकर अलग-अलग अस्पताल में भेजा गया। जीटीबी अस्पताल में पहले मां-बेटे को मृत घोषित किया।
बाद में पहली मंजिल से एक और बुजुर्ग महिला का शव जली हुई हालत में मिला। मृतकाें की शिनाख्त प्रोमिला साध (66), मां-बेटे अंजू शर्मा (39) इनके बेटे केशव शर्मा (18) के रूप में हुई है। वहीं अस्पताल में तीन लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है। बाकी सात लोग को मामूली चोटें आई हैं। कृष्णा नगर थाना पुलिस ने इस संबंध में मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।
आग की वजह से इमारत की पार्किंग में खड़े 14 दोपहिया वाहन भी जल गए हैं। शुरुआती जांच के बाद पुलिस को पता चला है कि मीटर के पैनल में चिंगारी निकलने की वजह से पार्किंग में खड़े वाहनों में आग लग गई। धीरे-धीरे वाहनों का धुआं और हीट ऊपरी मंजिल पर पहुंची। नीचे से निकलकर जाने का रास्ता बंद हो गया। लोग अपने-अपने घरों में कैद हो गए।
क्राइम टीम, एफएसएल, बीएसईएस और दमकल विभाग की टीम ने मौके का मुआएना किया है। मामले की छानबीन जारी है। आग की सही वजहों का पता लगाने का प्रयास जा रहा है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि आग की सहीं वजहों का पता करने का प्रयास किया जा रहा है, शार्ट सर्किट से आग लगने की आशंका है।
जिला पुलिस उपायुक्त सुरेंद्र चौधरी ने बताया कि उनकी टीम को देर रात 2.35 बजे सूचना मिली कि गली नंबर-1, छाछी बिल्डिंग के नजदीक चार मंजिला इमारत में आग लग गई है। खबर मिलते ही बचाव दल को मौके पर भेजा गया। यहां करीब 100 गज की चार मंजिला इमारत में ग्राउंड फ्लोर पर पार्किंग थी। बाकी ऊपरी चार मंजिलों पर आठ फ्लैट बने हैं।
आग लगते ही ज्यादातर लोग किसी न किसी तरह सुरक्षित बाहर निकल गए, लेकिन 13 लोग इमारत में फंस गए। पहली मंजिल पर सामने की ओर बने फ्लैट में प्रोमिला साध, इनके पति श्रीकांत साध और बेटी सोनम साध रहते थे। प्रोमिला को चलने में दिक्कत थी। आग लगी तो इनके पति सुरक्षित निकल गए। बेटी को पीछे की ओर से सीढ़ी लगाकर उतार लिया गया, जबकि प्रोमिला वहीं फंस गईं।
दूसरी मंजिल पर करण राज भल्ला अपनी पत्नी सीमा व तीन बेटे राहुल, रोहित और मनीष के साथ रहते हैं। आग लगी तो वह फंस गए। उनको पीछे की ओर से सीढ़ी लगाकर निकाला गया। तीसरी मंजिल खाली है। चौथी मंजिल पर अंजू शर्मा अपने पति देवेंद्र, बेटे केशव के साथ किराये पर रहती थीं।
हादसे में केशव और अंजू की मौत हो गई। देवेंद्र झुलस गए। इनके सामने वाले मकान में चौथी मंजिल पर गौरव शर्मा अपनी पत्नी रुचिका और छह साल के बेटे दिव्यांश के साथ रहते हैं। हादसे में रुचिका भी झुलस गई। अस्पताल में देवेंद्र, रुचिका और सोनम की हालत नाजुक बनी हुई है। बाकी दिव्यांश, गौरव, करण राज भल्ला, राहुल, रोहित, मनीष और सीमा मामूली रूप से झुलसे हैं।