नई दिल्ली : (New Delhi) हेल्थकेयर प्रोडक्ट और दवाइयां बनाने वाली कंपनी एक्रेशन फार्मास्यूटिकल्स के शेयरों (Shares of Accretion Pharmaceuticals) ने आज स्टॉक मार्केट में कमजोर एंट्री करके अपने आईपीओ निवेशकों को काफी निराश किया। हालांकि कमजोर लिस्टिंग के बाद खरीदारी के सपोर्ट से कंपनी के शेयर अपर सर्किट तक पहुंच गए। इसके बावजूद निवेशकों के नुकसान की भरपाई नहीं हो सकी। आईपीओ के तहत कंपनी के शेयर 101 रुपये के भाव पर जारी किए गए थे। आज एनएसई के एसएमई प्लेटफॉर्म पर इसकी एंट्री 21.78 प्रतिशत डिस्काउंट के साथ 79 रुपये के स्तर पर हुई। लिस्टिंग के तुरंत बाद खरीदारी के सपोर्ट से यह शेयर उछल कर 82.95 रुपये के अपर सर्किट लेवल पर पहुंच गया। इसके बावजूद पहले दिन के कारोबार में कंपनी के आईपीओ निवेशकों को करीब 17.87 प्रतिशत के नुकसान का सामना करना पड़ा है।
एक्रेशन फार्मास्यूटिकल्स का 29.75 करोड़ रुपये का आईपीओ 12 से 16 मई के बीच सब्सक्रिप्शन के लिए खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों की ओर से अच्छा रिस्पॉन्स मिला था, जिसके कारण ये ओवरऑल 7.67 गुना सब्सक्राइब हो गया था। इनमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (qualified institutional buyers) (क्यूआईबी) के लिए रिजर्व पोर्शन 12.14 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसी तरह नॉन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (एनआईआई) के लिए रिजर्व पोर्शन में 4.28 गुना सब्सक्रिप्शन आया था। इसके अलावा रिटेल इन्वेस्टर्स के लिए रिजर्व पोर्शन 10.14 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इस आईपीओ के तहत 10 रुपये फेस वैल्यू वाले 29.46 लाख नए शेयर जारी किए गए हैं। आईपीओ के जरिए जुटाए गए पैसे का इस्तेमाल कंपनी मशीनरी और इक्विपमेंट्स खरीदने, मैनुफैक्चरिंग फैसिलिटी अपग्रेड करने, पुराने कर्ज को चुकाने, वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने और आम कॉर्पोरेट उद्देश्यों में करेगी।
कंपनी की वित्तीय स्थिति की बात करें तो प्रॉस्पेक्टस में किए गए दावे के मुताबिक इसकी वित्तीय सेहत लगातार मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2021-22 में कंपनी को 8 लाख रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था, जो अगले वित्त वर्ष 2022-23 में बढ़कर 10 लाख रुपये हो गया। हालांकि इसके बाद कंपनी के कारोबार में जोरदार तेजी आई, जिसके कारण 2023-24 में इसका शुद्ध लाभ 3.88 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी का राजस्व 22 प्रतिशत वार्षिक से अधिक की चक्रवृद्धि दर (कंपाउमंड एनुअल ग्रोथ रेट) से बढ़ कर 33.94 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया। पिछले वित्त वर्ष की बात करें तो अप्रैल से दिसंबर 2024 के बीच कंपनी को 5.24 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हो चुका था। इसी तरह इस अवधि में कंपनी 35.75 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल कर चुकी है।