नई दिल्ली : (New Delhi) भीषण गर्मी को देखते हुए दिल्ली नगर निगम (Municipal Corporation of Delhi) (एमसीडी) दिल्लीवासियों की दिक्कतें कम करने को लेकर कई कदम उठा रहा है। मेयर डॉ. शैली ओबेरॉय ने भीषण गर्मी की मौजूदा स्थिति के मद्देनजर नगर निगम के सभी विभाग प्रमुखों के साथ समीक्षा बैठक की। इस दौरान उन्होंने दिल्ली में किसी भी दुर्घटना को रोकने के लिए सभी विभागों को एक विस्तृत हीट वेव एडवाइजरी जारी की। मेयर ने 31 मई तक सभी विभागों को अपनी एक्शन रिपोर्ट प्रस्तुत करने का भी आदेश दिया है।
जब से दिल्ली में भीषण गर्मी पड़नी शुरू हुई है, दिल्ली सरकार के भी सभी विभाग हाई अलर्ट पर हैं। केजरीवाल सरकार लगातार यह सुनिश्चित कर रही है कि दिल्लीवासियों के रोजमर्रा की जिंदगी पर इस हीट वेव का कोई बुरा प्रभाव न पड़े।
एमसीडी के विभागों के प्रमुखों के साथ बैठक के बाज जारी एडवाइजरी में कहा गया है कि स्वास्थ्य और हेल्थकेयर सुविधाओं में आग की घटनाओं को रोकने के लिए इंजीनियरिंग विभाग के साथ-साथ सभी अस्पतालों और स्वास्थ्य इकाई प्रबंधकों को इन निर्देशों का पालन करना आवश्यक होगा।
-अस्पतालों को आग बुझाने वाले यंत्र, हाइड्रेंट और अलार्म जैसे अग्निशमन उपकरणों की नियमित रूप से जांच होनी चाहिए ताकि जरूरत के समय ये उपकरण ठीक से काम करते मिलें।
-अग्नि सुरक्षा उपकरणों का नियमित रखरखाव और जांच की जानी चाहिए।
-नियमित रूप से इलेक्ट्रिकल लोड ऑडिट किया जाए, ताकि ये सुनिश्चित हो सके कि नेशनल इलेक्ट्रिकल कोड ऑफ इंडिया-2023 के अनुसार सिस्टम ओवरलोड न हों।
-आग की घटनाओं को रोकने के लिए धूम्रपान निषेध के आदेशों का सख्ती से पालन किया जाए, और ऑक्सीजन टैंक या पाइप वाली ऑक्सीजन वाले इलाकों में तापमान के स्रोतों को नियंत्रित करें।
-आग का शीघ्र पता लगाने के लिए अस्पताल के सभी इलाकों, विशेषकर मरीजों के कमरे, हॉल वे और सामान्य क्षेत्रों में स्मोक डिटेक्टर और अलार्म लगाएं।
-खास तौर पर रोगी देखभाल क्षेत्रों में अस्पताल निर्माण सामग्री और साज-सज्जा का ऑडिट करें ताकि ज्वलनशील वस्तुओं को गैर-ज्वलनशील या आग प्रतिरोधी विकल्पों से बदला जा सके,
-बिजली के भार की निगरानी करने और ओवरलोडिंग को रोकने के लिए बिजली प्रबंधन प्रणाली लागू करें।
-आईसीयू और ऑपरेशन थिएटर जैसे महत्वपूर्ण इलाकों में ऑटोमैटिक स्प्रिंकलर सिस्टम और होजपाइप से लगाएं।
-फायर विभाग से हर साल फायर सेफ्टी का नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट का रिन्यू करवाएं।
-कर्मचारियों, डॉक्टरों और मरीजों को इमरजेंसी के लिए तैयार रखने के लिए बाहर जाने और सुरक्षा का अभ्यास करवाएं।
-आग की घटनाओं के मामले में पालन की जाने वाली एक विस्तृत एग्जिट प्लान और एसओपी तैयार करें।
31 मई 2024 सभी अस्पतालों और हेल्थ यूनिट के प्रभारियों को अपनी एक्शन रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया है।
बैठक के बाद मेयर डॉ शैली ओबेरॉय ने अपने एक्स हैंडल एक पर लिखा कि नगर निगम के सभी विभागों के प्रमुखों के साथ एक विस्तृत बैठक हुई, जिसमे भीषण गर्मी की वर्तमान स्थिति की समीक्षा की गई और चर्चा के आधार पर सभी विभागों को हीट वेव को लेकर विस्तृत एडवाइजरी जारी की गई ताकि दिल्ली में कहीं भी कोई दुर्घटना न हो। 31 मई तक सभी को एक्शन रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं।