नई दिल्ली : (New Delhi) कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे (Congress National President Mallikarjun Kharge) एक बार फिर से चुनाव आयोग को पत्र लिखेंगे। इस बार उनके पत्र लिखने का आशय पिछली बार उनके द्वारा भेजे गए पत्र को अस्वीकृत किए जाने का कारण जानना है।चुनाव आयोग ने मौजूदा लोक सभा चुनाव में मतदान के आंकड़ों में विसंगति के बारे में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के 6 मई के पत्र में उठाए गए सवालों को आरोप बताते हुए शुक्रवार को खारिज कर दिया है।
शनिवार को मीडिया से बात करते हुए खड़गे ने कहा, “मैं एक बार फिर पत्र लिखकर चुनाव आयोग से अस्वीकृति का कारण पूछूंगा लेकिन मैं इसे वहां ( चुनाव आयोग) पहुंचने से पहले प्रेस को जारी नहीं करूंगा।”खड़गे ने आयोग को लिखे पत्र में छह सवाल उठाए थे और उस पत्र को सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर डाल दिया था।
भारत निर्वाचन आयोग ने पत्र मिलने के बाद मल्लिकार्जुन खड़गे को लोकसभा चुनाव में बाधा डालने के लिए फटकार लगाई। आयोग ने उनके बयानों को आक्रामक कहा। आयोग ने यह भी कहा कि मतदाता मतदान डेटा जारी करने के संबंध में उनके (खड़गे) निराधार आरोप स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनावों के संचालन में भ्रम, गलत दिशा और बाधाएं पैदा करने के लिए लगाए गए हैं। आयोग ने आशंका भी जताई कि उनके बयान से मतदाताओं की भागीदारी पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।
मल्लिकार्जुन खड़गे ने सवाल उठाया था कि वोट डाले जाने के बाद चुनाव आयोग टर्नआउट के आंकड़े जारी करने में क्यों देरी कर रहा है। इसमें धांधली के आरोप भी लगाए गए थे। उसके बाद चुनाव आयोग के पत्र में कहा गया कि मतदान प्रतिशत जारी करने में कोई देरी नहीं हुई है। पहले भी ऐसे ही मतदान प्रतिशत अपडेट होता रहा है। वोटर टर्न-आउट ऐप पर मतदान प्रतिशत लगातार अपडेट होता रहता है। मतदान प्रतिशत के अंतिम आंकड़े मतदान के दिन शाम 7 बजे के बाद भी कई वजहों से बढ़ते हैं।