नई दिल्ली : (New Delhi) राष्ट्रमंडल खेल महासंघ (कॉमनवेल्थ गेम्स फेडरेशन- सीजीएफ) ने सोमवार को अपने नाम में बदलाव करते हुए इसे ‘कॉमनवेल्थ स्पोर्ट’ करने की घोषणा की। यह बदलाव संगठन को एक खेल महासंघ से एक खेल आंदोलन में परिवर्तित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
यह घोषणा राष्ट्रमंडल दिवस (10 मार्च) के अवसर पर की गई। महासंघ की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया, “राष्ट्रमंडल दिवस 2025 से, राष्ट्रमंडल खेल महासंघ को ‘कॉमनवेल्थ स्पोर्ट’ के रूप में जाना जाएगा। यह नया नाम संगठन के खेल महासंघ से एक खेल आंदोलन बनने के सफर को दर्शाता है।”
कॉमनवेल्थ स्पोर्ट की मुख्य कार्यकारी अधिकारी (Commonwealth Sport Chief Executive Officer) (सीईओ) केटी सैडलियर ने कहा, “‘कॉमनवेल्थ स्पोर्ट’ नाम हमारे उद्देश्य को और मजबूत और एकीकृत तरीके से प्रस्तुत करता है, जिससे हमारी पहचान अधिक प्रभावशाली और व्यापक होगी।” हालांकि, कानूनी तौर पर संगठन का नाम ‘कॉमनवेल्थ गेम्स फेडरेशन’ बना रहेगा।
किंग चार्ल्स ने किया किंग्स बैटन रिले का शुभारंभ
इस बीच, कॉमनवेल्थ स्पोर्ट के संरक्षक किंग चार्ल्स (King Charles) ने सोमवार को बकिंघम पैलेस में ग्लास्गो 2026 राष्ट्रमंडल खेलों के लिए ‘कॉमनवेल्थ स्पोर्ट किंग्स बैटन रिले’ का आधिकारिक शुभारंभ किया।
उन्होंने राष्ट्रमंडल के लिए अपना संदेश पहले बैटन में रखा और इसे पहले धावक सर क्रिस होय को सौंपकर इस ऐतिहासिक रिले की शुरुआत की। यह आयोजन ग्लास्गो 2026 के उद्घाटन समारोह से 500 दिन पहले किया गया।
इस बार का बैटन रिले अब तक का सबसे लंबा रिले होगा, जिसमें 74 राष्ट्रमंडल देशों और क्षेत्रों के खेल महासंघों को अपनी गतिविधियों के आयोजन के लिए छह दिन तक का समय मिलेगा।



