New Delhi : भाजपा ने कांग्रेस पर ‘बांग्लादेश-प्रेमी’ होने का लगाया आरोप

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नई दिल्ली : (New Delhi) असम में एक कार्यक्रम के दौरान कांग्रेस नेता के बांग्लादेश का राष्ट्रगान गाने को लेकर भारतीय जनता पार्टी हमलावर है। भाजपा ने कांग्रेस पर ‘बांग्लादेश-प्रेमी’ होने का आरोप लगाया है। भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला (BJP spokesperson Shahzad Poonawala) ने बुधवार को यहां पार्टी मुख्यालय में पत्रकार वार्ता में कहा कि इंडी गठबंधन की एक ही पहचान- जुबान पर संविधान, पर मन में वोटबैंक की दुकान और इसके बहुत सारे मिल चुके हैं प्रमाण।

जो लोग कल तक कहते थे कि पाकिस्तान तू मेरा भाईजान, आज कांग्रेस बांग्लादेश की कद्रदान बन चुकी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की एक बैठक में उनके एक नेता बांग्लादेश का राष्ट्रगान ‘आमार सोनार बांग्ला’ गाते नज़र आए। बांग्लादेश द्वारा हाल ही में एक नक्शा जारी करने के बाद जिसमें भारत के पूर्वोत्तर के अधिकांश हिस्से को अपना हिस्सा दिखाया गया है, यह कृत्य और भी गंभीर हो जाता है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस-नीत यूपीए के कालखंड में देश में करोड़ों घुसपैठियों को बसाने का काम किया गया था। केवल कांग्रेस ही नहीं, बल्कि ये जो घुसपैठिया प्रेम है, भारत विरोधी ताकतों के साथ मिल जाने का काम अब इंडी गठबंधन के बाकी दल भी कर रहे हैं।

मानो की तृणमूल कांग्रेस, कांग्रेस और डीएमके सभी में तुष्टीकरण की राजनीति को लेकर एक रेस छिड़ी हुई है। पूनावाला ने कहा कि हाल ही में हमने टीएमसी विधायक निशीथ मलिक (TMC MLA Nishith Malik) को यह कहते हुए सुना कि अगर इस एसआईआर के नाम पर भाजपा ने पश्चिम बंगाल में एक भी मतदाता को सचमुच नकार दिया, तो हम पार्टी कार्यकर्ताओं को सार्वजनिक रूप से आग लगा देंगे।

बंगाल के एक अन्य मंत्री फिरहाद हकीम (Firhad Hakim) ने कहा कि अगर भाजपा और चुनाव आयोग मिलकर सीएए लागू करने की कोशिश करेंगे, तो वह उनकी टांगें तोड़ देंगे। टीएमसी नेताओं द्वारा कई अन्य भड़काऊ चेतावनियां दी गई हैं। यह देखा जा सकता है कि एक के बाद एक टीएमसी नेता दंगे भड़काने की कोशिश कर रहे हैं क्योंकि वे एक ऐसी मतदाता सूची को रोकना चाहते हैं जिसमें केवल वैध और वैध मतदाता ही शामिल हों।

भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि हिंसा करने वाले, दंगा करने वाले और जंगलराज बनाने वाले लोगों को टीएमसी कैसे खुला संरक्षण देती है, ये हम सबने देखा है। इसलिए टीएमसी का मतलब अब तानाशाह सोच और संस्कृति बन चुका है, लेकिन इस पर संविधान बचाने की बात करने वाले राहुल गांधी बंगाल पर एक शब्द भी नहीं बोल पाते।