नई दिल्ली : (New Delhi) केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) (Central Bureau of Investigation) ने उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले में उत्तर प्रदेश ग्रामीण बैंक की दुर्वाशा शाखा के ब्रांच मैनेजर और एक संविदा कर्मचारी को 20 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। दोनों पर किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) ऋण (Kisan Credit Card (KCC) loan) स्वीकृत कराने के बदले रिश्वत मांगने का आरोप है।
गिरफ्तार आरोपितों की पहचान श्रवण टंडन (ब्रांच मैनेजर) और विश्वराम (संविदा कर्मचारी) के (Shravan Tandon (branch manager) and Vishwaram (contract employee)) रूप में हुई है। दोनों आजमगढ़ स्थित उत्तर प्रदेश ग्रामीण बैंक की दुर्वाशा शाखा (Durvasha branch of the Uttar Pradesh Gramin Bank in Azamgarh) में तैनात थे।
सीबीआई के मुताबिक, शिकायत मिलने के बाद एजेंसी ने 5 दिसंबर को मामला दर्ज किया था। आरोप है कि बैंक अधिकारी 2.52 लाख रुपये के केसीसी ऋण के लिए 10 प्रतिशत के हिसाब से 25 हजार रुपये रिश्वत की मांग कर रहे थे। बातचीत के बाद यह राशि घटाकर 20 हजार रुपये तय की गई। इसके बाद सीबीआई ने 6 दिसंबर को जाल बिछाया और शिकायतकर्ता से तय रकम लेते समय दोनों आरोपितों को धर दबोचा।
सीबीआई अधिकारियों के अनुसार, गिरफ्तारी के बाद दोनों से पूछताछ चल रही है और ट्रैप से जुड़ी आगे की कार्रवाइयां जारी हैं। सीबीआई के अधिकारियों ने बताया कि मामले की जांच जारी है और आवश्यक साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं।



