New Delhi : लखनऊ में लगा 45 दिन का राष्ट्रीय कोचिंग कैंप

0
84

नई दिल्ली : (New Delhi) स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (Sports Authority of India) (SAI) ने 2026 के एशियाई खेलों की तैयारियों को मजबूती देने के लिए भारतीय कराटे खिलाड़ियों को बड़ा समर्थन दिया है। इसी क्रम में मंजूर किया गया 45 दिवसीय सीनियर राष्ट्रीय कोचिंग कैंप 17 नवंबर से लखनऊ स्थित साईं रीजनल सेंटर में चल रहा है, जो 31 दिसंबर तक चलेगा।

इस कैंप में कुल 64 सदस्य शामिल हैं, जिसमें 48 खिलाड़ी, 12 कोच और 4 सपोर्ट स्टाफ है। संपूर्ण कैंप 1.42 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता के साथ ‘असिस्टेंस टू नेशनल स्पोर्ट्स फेडरेशन योजना के तहत स्वीकृत किया गया है।

48 मुख्य खिलाड़ियों पर खास फोकस

कैंप का प्रमुख उद्देश्य 48 चयनित कोर खिलाड़ियों (24 पुरुष और 24 महिला) को पूर्ण प्रशिक्षण सुविधाएं उपलब्ध कराना है, ताकि राष्ट्रीय खेल फेडरेशन की डिरेकोग्निशन की स्थिति के बावजूद उनकी हाई-परफॉर्मेंस ट्रेनिंग बाधित न हो। कैंप में खिलाड़ियों को कोचिंग, स्पोर्ट्स साइंस सपोर्ट, जरूरी उपकरण, रिकवरी सुविधा और अंतरराष्ट्रीय स्तर की तैयारियों से जुड़ी सभी आवश्यक सुविधाएं दी जा रही हैं।

एशियाई खेलों के लिए प्रतिभाओं की पहचान

एशियाई खेलों के लिए योग्यता मानकों और अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा (international competitioninternational competition) में तेजी से बढ़ती चुनौतियों को देखते हुए यह कैंप देशभर से उभरती श्रेष्ठ प्रतिभाओं की पहचान करने में अहम साबित होगा। चयनित खिलाड़ियों को एशियाई खेलों (19 सितंबर–4 अक्टूबर, 2026) से पहले विदेशों में एक्सपोजर टूर भी दिए जाएंगे।

राष्ट्रीय खेल फेडरेशन नहीं होने पर साईं ने संभाली कमान

खेल मंत्रालय द्वारा कराटे की किसी भी राष्ट्रीय खेल महासंघ (National Sports Federation) की मान्यता न होने के कारण, एसएआई ने इस वर्ष जुलाई में कराटे आयोजन समिति गठित की थी, जो चयन प्रक्रिया से लेकर कोचिंग कैंप और अंतरराष्ट्रीय एक्सपोजर तक पूरे संचालन की जिम्मेदारी निभा रही है।

निष्पक्ष चयन के लिए ओपन ट्रायल्स

पारदर्शी चयन को सुनिश्चित करने के लिए इस समिति ने 12–14 अक्टूबर को शिलांग के एनईएचयू कैंपस स्थित साईं ट्रेनिंग सेंटर में सीनियर कैटेगरी के ओपन नेशनल सिलेक्शन ट्रायल्स (Open National Selection Trials) आयोजित किए। ट्रायल्स को अंतरराष्ट्रीय मानकों, एंटी-डोपिंग नियमों और वीडियोग्राफी आधारित मूल्यांकन के साथ पूरी तरह समिति द्वारा संचालित किया गया।

यह समिति तब तक कार्यरत रहेगी, जब तक खेल मंत्रालय किसी आधिकारिक राष्ट्रीय खेल फेडरेशन को मान्यता नहीं दे देता। कराटे के अलावा यही समिति जू-जित्सु और कुश्ती जैसे अन्य मार्शल आर्ट्स खेलों का भी संचालन कर रही है।