मुंबई : (Mumbai) विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष विजय बडेट्टीवार (Leader of Opposition in the Assembly Vijay Badettiwar) ने बुधवार को कहा कि मराठा और ओबीसी समाज को न्याय देने का काम एकनाथ शिंदे सरकार (Eknath Shinde government) को करना चाहिए। सरकार के पास 206 विधायकों का समर्थन प्राप्त है। शिंदे सरकार अगर निर्णय नहीं ले पा रही है तो पूरी सरकार को इस्तीफा दे देना चाहिए।
विधानसभा में बुधवार को भाजपा विधायक अनिल साटम (BJP MLA Anil Satam) ने कहा कि विपक्ष मराठा और ओबीसी के बीच विवाद बढ़ा रहा है। इसी वजह से राज्य सरकार की ओर से मंगलवार को आयोजित की गई सर्वदलीय बैठक का विपक्ष ने बहिष्कार किया था। विपक्ष को मराठा और ओबीसी समाज के आरक्षण के बारे में अपनी भूमिका स्पष्ट करनी चाहिए। इसके बाद भाजपा विधायक आशीष शेलार ने कहा कि विपक्ष ने पहले कहा था कि वे सर्वदलीय बैठक में शामिल होंगे लेकिन अचानक विपक्ष ने अपनी भूमिका बदल दी और विपक्ष के नेता सर्वदलीय बैठक में शामिल नहीं हुए। विपक्ष को सभागृह में खुलासा करना चाहिए कि आखिर किसके फोन आने के बाद विपक्ष ने अपनी भूमिका बदली।
इसके बाद नेता प्रतिपक्ष बडेट्टीवार ने कहा कि भाजपा नीत एनडीए ने ही ओबीसी और मराठा समाज में विवाद उत्पन्न करने का काम किया है। इसके बाद भाजपा विधायकों ने सभागृह में हंगामा करना शुरू कर दिया। इसके बाद अध्यक्ष ने सभागृह का कामकाज तीन बार स्थगित किया गया। बाद में बडेट्टीवार ने विधान भवन में पत्रकारों से कहा कि ओबीसी समाज और मराठा समाज को आश्वासन देते समय शिंदे सरकार ने विपक्ष को विश्वास में नहीं लिया था। सरकार के मंत्रियों ने गोपनीय रूप से अलग-अलग चर्चा की थी और आश्वासन दिया था। विधानमंडल का वर्षाकालीन अधिवेशन इस समय चल रहा है। सरकार को जो निर्णय लेना है, सभागृह में लेना चाहिए, सर्वपक्षीय बैठक में नहीं। सरकार को अपने दिए आश्वासनों को पूरा करने से किसने रोका है। सरकार अब झूठ बोल रही है।