मुंबई : (Mumbai) औरंगजेब के मुद्दे पर बुधवार को महाराष्ट्र विधान परिषद में हंगामा हुआ, जिसके बाद अध्यक्ष राम शिंदे को 10 मिनट के लिए कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी। इसके बाद मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Chief Minister Devendra Fadnavis) ने बुधवार को विधान परिषद में कहा कि हम छत्रपति शिवाजी महाराज का सच्चा सम्मान करते हैं, इसलिए किसी भी कीमत पर उनका अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे।
विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष अंबादास दानवे (Leader of Opposition in the Legislative Council Ambadas Danve) ने छत्रपति शिवाजी महाराज के बारे में अपमानजनक व्यक्तव्य देने वाले प्रशांत कोरटकर पर कार्रवाई की मांग की। अंबादास दानवे ने कहा कि प्रशांत कोरटकर का मोबाइल फोन जब्त कर लिया गया, लेकिन गिरफ्तार नहीं किया गया। छत्रपति शिवाजी महाराज का अपमान करने वाले पर सरकार की भूमिका क्या है, इसे स्पष्ट किया जाना चाहिए। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि ”क्या आप पंडित जवाहरलाल नेहरु की पुस्तक ‘डिस्कवरी ऑफ इंडिया’ में छत्रपति शिवाजी महाराज के बारे में लिखी गई बातों की निंदा करने जा रहे हैं? क्या आपमें साहस है? हम महाराज का सच्चा सम्मान करते हैं और किसी भी प्रकार का अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे।”
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Chief Minister Devendra Fadnavis) ने कहा कि प्रशांत कोरटकर को कोल्हापुर कोर्ट से गिरफ्तारी से संरक्षण प्राप्त है। कोरटकर कोई बहुत बड़ा व्यक्ति नहीं है, लेकिन इससे पहले राकांपा नेता जितेंद्र आव्हाड ने क्या कहा? क्या आपने कभी इसका विरोध किया है? वे कहते हैं, क्योंकि औरंगजेब वहां था, इसलिए शिवाजी महाराज वहां थे, महाराज पांच फीट लंबे थे और औरंगजेब मजबूत था। उनका भी विरोध करें। मुख्यमंत्री के इस बयान के बाद विधान परिषद में हंगामा मच गया। विपक्षी सदस्य खड़े होकर विरोध करने लगे। इसके बाद अध्यक्ष राम शिंदे ने विधान परिषद की कार्यवाही 10 मिनट के लिए स्थगित कर दी।