निवेश पर भारत-यूएई उच्च स्तरीय संयुक्त कार्य बल की 12वीं बैठक संपन्न
मुंबई/नई दिल्ली : केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने सोमवार को कहा कि भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच निर्बाध सीमा पार लेन-देन की सुविधा के लिए दो राष्ट्रीय भुगतान प्लेटफार्मों-यूपीआई (भारत) और एएएनआई (यूएई) को आपस में जोड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि अबू धाबी निवेश प्राधिकरण (एडीआईए) गिफ्ट सिटी में एक सहायक कंपनी स्थापित करेगा।
वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने यहां भारत और यूएई उच्च स्तरीय संयुक्त निवेश कार्य बल (एचएलजेटीएफआई) की 12वीं बैठक के बाद प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि भारतीय विदेश व्यापार संस्थान दुबई में अपना पहला विदेशी परिसर खोलेगा। इस संबंध में पिछले हफ्ते एक समझौते पर हस्ताक्षर किए गए है। अगले वर्ष की शुरुआत में इस परिसर में लघु और मध्यम अवधि के प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू हो जाएंगे।
वाणिज्य मंत्री ने कहा कि भारतीय यूपीआई और यूएई की एएएनआई को एक-दूसरे से जोड़ने के लिए काम कर रहे हैं। इससे दोनों देशों के बीच निर्बाध लेन-देन की सुविधा मुहैया हो सकेगी। उन्होंने कहा कि यूपीआई और एएएनआई को जोड़ने से संयुक्त अरब अमीरात में रह रहे 30 लाख से अधिक भारतीयों को लाभ होगा। उन्होंने कहा कि भारत और यूएई के बीच अधिक सहयोग और निवेश के लिए खाद्य पार्क क्षेत्रों में से एक है।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने जारी बयान में बताया कि भारत और यूएई उच्च स्तरीय संयुक्त निवेश कार्य बल बैठक की सह-अध्यक्षता भारत सरकार के केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल और अबू धाबी निवेश प्राधिकरण (एडीआईए) के प्रबंध निदेशक महामहिम शेख हामिद बिन जायद अल नाहयान ने की।
मंत्रालय ने कहा कि भारत और यूएई के बीच व्यापार, निवेश और आर्थिक संबंधों को बढ़ावा देने के लिए वर्ष 2013 में एचएलजेटीएफआई की स्थापना की गई थी। अपने गठन के बाद से, इसने भारत और यूएई में आगे के निवेश के अवसरों और संभावनाओं पर चर्चा करने के लिए एक प्रभावी तंत्र प्रदान किया है, साथ ही दोनों देशों के निवेशकों के सामने आने वाले मुद्दों को हल करने के लिए एक मंच के रूप में कार्य किया है।