मुंबई : राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि महिला सशक्तिकरण के लिए महाराष्ट्र नया रोल मॉडल है। राजमाता जिजाऊ, सावित्रीबाई फुले सहित कई प्रतिष्ठित महिलाओं ने महाराष्ट्र में सामाजिक प्रगति की नींव रखी। सरकार ने अब महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण के लिए मजबूत कदम उठाए हैं और उनकी आत्मनिर्भरता, निर्णय लेने की शक्ति को बढ़ाया है। महाराष्ट्र के गौरवशाली इतिहास की सराहना की और इस बात पर खुशी जताई कि राज्य सरकार महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा दे रही है।
राष्ट्रपति मुर्मू बुधवार को लातुर में मुख्यमंत्री महिला सशक्तिकरण मिशन के तहत ‘मुख्यमंत्री-मेरी प्यारी बहना’ योजना, मुख्यमंत्री युवा कार्य प्रशिक्षण योजना काे लेकर एक सरकारी कार्यक्रम को संबोधित कर रही थीं। राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि उन्होंने महाराष्ट्र सरकार की महिलाओं के लिए शुरू की गयी ‘मुख्यमंत्री-माझी लडक़ी बहन’ योजना समेत अन्य योजनाओं की जानकारी ली। इसके अलावा राज्य में लखपति दीदी योजना की प्रतिक्रिया की भी समीक्षा की। उन्होंने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि इन योजनाओं के स्पष्ट परिणाम दिख रहे हैं। प्रत्येक परिवार में आजीविका प्रबंधन में महिलाएं प्रमुख भूमिका निभाती हैं। इसलिए उन्होंने अपील भी की कि महिलाओं को राजनीतिक क्षेत्र में आगे आकर देश का नेतृत्व करना चाहिए। पुरुषों को अब महिलाओं की क्षमता को पहचानना चाहिए और उनके सपनों को साकार करने में उनका साथ देना चाहिए। साथ ही हमारी संस्कृति में महिलाओं का सम्मान करना पुरुषोचित माना गया है। यह सम्मान हर परिवार में दिखना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि महिलाओं को हर मोर्चे पर अग्रणी रहते हुए अपने स्वास्थ्य पर भी ध्यान देना चाहिए।
कार्यक्रम में राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्यमंत्री रामदास अठावले, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडऩवीस, ग्राम विकास और पंचायत राज, पर्यटन मंत्री और जिला संरक्षक मंत्री गिरीश महाजन, खेल और युवा कल्याण मंत्री संजय बनसोडे और महिला एवं बाल कल्याण मंत्री अदिति तटकरे विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थीं।