इस्लाम जिमखाना में “मुहम्मद सबके लिए” अभियान के तहत कार्यक्रम
मुंबई : (Mumbai) इस्लाम जिमखाना, मरीन लाइन्स के सेलिब्रेशन हॉल में “प्रॉफिट फॉर ऑल” (“Profit for All”) अभियान के तहत नातिया मुशायरा आयोजित किया गया। इस आयोजन ने अंतरधार्मिक भाईचारे और सौहार्द की मिसाल पेश की।
कार्यक्रम की शुरुआत मिशाल रिजवी की कुरआन की तिलावत और तौफीक फाखरी की हम्द से हुई। उद्घाटन कविता डॉ. कासिम इमाम (Dr. Qasim Imam) ने प्रस्तुत की। मुशायरे की अध्यक्षता प्रसिद्ध कवि डॉ. सागर त्रिपाठी (Dr. Sagar Tripathi) ने की, जबकि एडवोकेट यूसुफ इब्राहिमी संरक्षक और मौलाना क़मर सुल्तान पुरी मेहमान-ए-एज़ाज़ रहे। गायिका अनुष्का निकम (Singer Anushka Nikam) ने उर्दू और मराठी में नातें प्रस्तुत कर श्रोताओं को भाव-विभोर कर दिया।

गैर-मुस्लिम शायरों की भागीदारी
इस मुशायरे की विशेषता गैर-मुस्लिम नातगो शायरों की भागीदारी रही। डॉ. लक्ष्मण शर्मा ‘वहिद’ (Dr. Laxman Sharma ‘Wahid’) ने कहा कि नात कहना भक्ति का अनुभव है जो मानवता के करीब लाता है। अद्धू महाजन ‘बिस्मिल’ ने इसे शांति और आध्यात्मिक शक्ति का स्रोत बताया। अनंत नंदुरकर ‘खलिश’ ने कहा कि यह मुशायरा अंतरधार्मिक सद्भावना का उदाहरण है। हुकुमचंद कोठारी ‘असघर’ ने नात को मानवता का संदेश बताया।
प्रमुख शायर और मेहमान
मुशायरे में डॉ. क़मर सिद्दीकी, सुहैल अख्तर वारसी, उबैद अज़म ‘अज़मी’, अज़हर हुसैन, रुसतम इलाहाबादी और मिशाल रिजवी समेत कई शायरों ने शिरकत की। संचालन शोएब अब्जी और मोहसिन साहिल ने किया। कार्यक्रम में खुर्शीद सिद्दीकी, सरफ़राज़ आरज़ू, निज़ामुद्दीन राइन, दुबई पुलिस के कैप्टन सहित कई गणमान्य अतिथि मौजूद रहे। समापन पर फरीद अहमद खान (Farid Ahmed Khan) ने आभार व्यक्त किया।