मुंबई : पालघर जिले में महावितरण की बिजली लाइनों को भूमिगत करने के लिए 200 करोड़ का फंड आवंटित किया गया है और ये काम राजस्व और वन विभाग (आपदा प्रबंधन, राहत और पुनर्वास) द्वारा कोंकण आपदा न्यूनीकरण परियोजना के तहत किया जाएगा।उपमुख्यमंत्री और ऊर्जा मंत्री देवेन्द्र फड़णवीस ने जानकारी दी है।यह जानकारी हाल ही में नागपुर में आयोजित विधानमंडल के शीतकालीन सत्र में प्रश्नोत्तरी के माध्यम से सदन के टेबल पर रखी गयी थी।ज्ञात हो कि,वसई तालुक सहित पालघर जिला हर साल भारी बारिश और लगातार तूफानी हवाओं से प्रभावित होता है, साथ ही भारी बारिश और लगातार चक्रवात के कारण तटीय क्षेत्रों में बिजली कटौती के कारण नागरिकों को अंधेरे में रहना पड़ता है।सात सात आठ दिनों से बिजली आपूर्ति बाधित है।इसलिए कम से कम तटीय क्षेत्रों में बिजली पारेषण लाइनों को भूमिगत करने की नाम.ओमप्रकाश उर्फ बच्चूभाऊ कडू के मार्गदर्शन में जनशक्ति पार्टी के पालघर जिला अध्यक्ष व ठाणे संपर्क प्रमुख हितेश जाधव ने राज्य सरकार से की थी।स्थानीय स्तर से लेकर मंत्री स्तर तक प्रहार जनशक्ति पार्टी की ओर से लगातार पत्राचार किया गया। अधीक्षक अभियंता, वसई मंडल ने वसई तालुका में महावितरण बिजली लाइनों को भूमिगत करने के संबंध में 2021 में एक प्रस्ताव तैयार किया है और इसे अंतिम मंजूरी के लिए मुख्य अभियंता,(विशेष परियोजना) प्रकाशगढ़,बांद्रा,मुंबई को सौंप दिया है।उक्त प्रस्ताव बिना मंजूरी के कई महीनों से लंबित था। प्रहार जन शक्ति पार्टी के पालघर जिला अध्यक्ष हितेश जाधव ने इस लंबित प्रस्ताव को तत्काल मंजूरी देने के लिए 24 अगस्त 2022 और फिर 04 अक्टूबर 2022 को राज्य के उपमुख्यमंत्री और ऊर्जा मंत्री से अनुरोध किया था, जिसे मंजूरी के लिए वरिष्ठों के पास भेजा गया था।इस मुद्दे का असर विधानसभा में देखने को मिला।मंत्री ने सदन को सूचित किया है कि वसई मंडल के एक गांव सहित कोंकण तट पर पालघर जिले के लिए 200 करोड़ रुपये का फंड मंजूर किया गया है। विधानसभा के बोरीवली क्षेत्र के विधायक सुनील राणे ने प्रश्नोत्तर सत्र के जरिए इस मुद्दे पर चर्चा की। इस सवाल का सकारात्मक जवाब देने के लिए प्रहार जनशक्ति पार्टी की ओर से विधायक सुनील राणे और उपमुख्यमंत्री व ऊर्जा मंत्री देवेन्द्र फड़णवीस को धन्यवाद दिया है।