मुंबई: (Mumbai) गरीबों के साथ दिवाली ही असली दिवाली (Diwali) है… आयोजक अमयरुद्ध एक बहुउद्देश्यीय धर्मार्थ संगठन (charitable organization) के माध्यम से इस गतिविधि को कार्यान्वित कर रहे हैं। इस पहल की शुरुआत निमगांव, गोनगांव के आदिवासी समाज, भील समाज, गोर गरीब समाज के साथ दिवाली मनाई गई। एसोसिएशन की अध्यक्ष श्रीमती शीतल जीवन सिंह राजपूत और सचिव मच्छिन्द्र एस. जाधव और उपाध्यक्ष नितिन राजपूत अमयरुद्ध बहुउद्देशीय धर्मार्थ संगठन के साथ संयुक्त रूप से पालावर की दिवाली में गोंदगाव (Diwali at Gondgaon), निमगाव आदिवासी बस्ती में जश्न मनाया गया। इसमें निमगाव की सरपंच लहानुबाई वाल्मीक ढकाल और उनके पति वाल्मीक ढकाल के साथ-साथ अमृता उमाजी मोरे भील समुदाय के प्रमुख कार्यकर्ता ने भी बहुमूल्य सहयोग दिया। आदिवासी समाज, भील समाज और गरीब, वंचित समाज एक हाथ मदद का उपक्रम के साथ दिवाली मनाई गई, इसके तहत इस समाज के बच्चों को कपड़े, मिठाइयां, पटाखे बांटे गए और महिलाओं को मिठाइयां और साड़ियां बांटी गईं। इसमें योगदान देते हुए गोविंदसिंह राजपूत ने पटाखा किट, समाज सेविका शबाना शेख ने बच्चों की ड्रेस, भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष एकनाथ जाधव का साड़ियों और मिठाइयों का योगदान, बीजेपी के नारायण कवड़े का भी इसमें योगदान रहा, साथ में निकालजे सर, प्रशांत नाना कंगणे का योगदान, लोणी के बाबासाहेब गजबरे का कपड़ों का योगदान, प्रहार के गणेश भाई सावंत, विशाल शिंदे, रामचन्द्र पिल्दे का इसमें योगदान रहा। कार्यक्रम मस्की गांव में आयोजित किया गया था।
Mumbai : गरीबों के साथ दिवाली,अमयरुद्ध एक बहुउद्देश्यीय धर्मार्थ संगठन की पहल
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