मुंबई : वित्तीय वर्ष 2022-23 के दौरान अब तक मध्य रेल ने लगभग 187 किलोमीटर दोहरीकरण, मल्टी-ट्रैकिंग का रिकॉर्ड पूरा किया है। 187 किलोमीटर में नारखेड – कलांभा, जलगाँव-सिरसोली, सिरसोली- माहेजी, माहेजी- पचोरा तीसरी लाइन, भिगवान – वाशिम्बे, अंकाई किला- मनमाड, राजेवाड़ी- जेजुरी- दौंडज, कश्ती- बेलवंडी, वल्हा- नीरा, वर्धा- चितौड़ा का दोहरीकरण शामिल है। दूसरी कॉर्ड लाइन, जलगाँव-भड़ली चौथी लाइन है। वर्ष 2022 के दौरान 7 एफओबी प्रदान किए गए। मध्य रेलवे पर 384 एफओबी हैं।
सेंट्रल रेलवे पर एस्केलेटर 155 हैं जिनमें से 12 इसी साल लगाए गए हैं। सेंट्रल रेलवे पर 119 लिफ्ट हैं, जिनमें से 17 इसी साल लगाई गई हैं।
स्टेशन पुनर्विकास:
सेंट्रल रेलवे पर अब तक कुल 3773 आरकेएम विद्युतीकरण का काम पूरा हो चुका है। मध्य रेलवे पर स्वर्ण विकर्ण और स्वर्णिम चतुर्भुज मार्गों पर 100% विद्युतीकरण किया जाता है। 15 रोड अंडर ब्रिज, 2 रोड ओवर ब्रिज और 4 जगहों पर ट्रैफिक के अस्थाई डायवर्जन के जरिए 21 लेवल क्रॉसिंग को खत्म किया गया है। 24 रोड अंडर ब्रिज और 7 रोड ओवर ब्रिज का निर्माण कार्य प्रगति पर है। मध्य रेलवे पर सीएसएमटी, नागपुर और अजनी स्टेशन जहां स्टेशनों का पुनर्विकास यात्रियों के अनुभव को बढ़ाएगा। परिकल्पित सुविधाओं में विशाल रूफ प्लाजा, फूड कोर्ट, वेटिंग लाउंज, बच्चों के खेलने का क्षेत्र, स्थानीय उत्पादों के लिए निर्दिष्ट स्थान आदि का प्रावधान शामिल होगा। यह रेलवे स्टेशन के साथ परिवहन के विभिन्न साधनों को एकीकृत करेगा। मेट्रो, बस, आदि और स्टेशन के साथ शहर के दोनों किनारों को भी एकीकृत करेगा। स्टेशन के बुनियादी ढांचे के निर्माण में ‘दिव्यांगजनों’ के लिए हरित भवन प्रौद्योगिकी और सुविधाओं को अपनाया जाएगा।