मुंबई : (Mumbai)मुंबई में बैठकर अमेरिकी नागरिकों के साथ ठगी करने वाले कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया गया है। मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच यूनिट ने इस मामले में 4 लोगों को गिरफ्तार किया है। प्राथमिक रूप से मिली जानकारी के मुताबिक, मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच यूनिट 12 को गुप्त रुप से यह जानकारी मिली थी कि मुंबई के बोरीवली इलाके में एक फर्जी कॉल सेंटर के माध्यम से अमेरिकी नागरिकों को ठगा जा रहा है। कॉल सेंटर द्वारा अमेरिकी नागरिकों को उनके माइक्रोसॉफ्ट विंडोज में प्रॉब्लम बताकर ठगने का काम किया जा रहा है। पुलिस को मिली जानकारी के आधार पर उन्होंने बोरीवली स्थित अर्पण अपार्टमेंट में छापेमारी की।
पुलिस ने 4 आरोपियों को किया गिरफ्तार
इस छापेमारी में पुलिस ने 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया। उनके पास से 6 लैपटॉप, 20 मोबाइल फोन, 2 वाइफाई राउटर, 6 स्पीकर और लगभग 2 लाख 41 हजार का सामान बरामद हुआ है। पुलिस ने आईटी एक्ट और भारतीय न्याय संहिता की तमाम धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। गिरफ्तारी के बाद सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां उन्हें 24 फरवरी तक पुलिस कस्टडी में भेज दिया गया। बता दें कि कॉल सेंटर के माध्यम से अमेरिकी नागरिकों को बताया जाता था कि उनके सॉफ्टवेयर में परेशानी है। ठग अमेरिकी नागरिकों को बताते कि वह माइक्रोसॉफ्ट से बात कर रहे हैं और टोल फ्री नंबर पर फोन करके उनसे बैंक की डिटेल्स ली जाती और बैंक से सारे पैसे साफ कर दिए जाते।
कैसे होती है ठगी ?
दरअसल कॉल सेंटर से अमेरिकी नागरिक को पहले फोन किया जाता है। इसके बाद ठग विदेशी नागरिक को यह बताते कि वह किसी कंपनी से जुड़े हुए हैं और वह बताते कि उनके लैपटॉप या डेस्कटॉप में मौजूद माइक्रोसॉफ्ट विडोंज में कुछ समस्याएं आ रही हैं। इसके ठगों द्वारा यह बताया जाता कि कुछ दिक्कतें जो आ रही हैं उसे ऑनलाइन ठीक किया जा सकता है, इसके लिए कुछ भुगतान करना पड़ता है। इसी तरह वह विदेशी नागरिकों सो बैंक के डिटेल्स लेते और फिर साइबर ठगी को अंजाम देते।