मुंबई : (Mumbai) जन शिक्षण केंद्र एवं एक्शन एड इंडिया के संयुक्त तत्वावधान में POSH एक्ट पर आधारित जागरूकता अभियान की शुरुआत बुधवार को जन शिक्षण केंद्र मुख्यालय, अंबेडकर नगर में की (An awareness campaign based on the POSH Act was launched on Wednesday at the Jan Shikshan Kendra headquarters in Ambedkar Nagar) गई। कार्यक्रम का शुभारंभ उपनिरीक्षक बेवाना रमाशंकर सरोज द्वारा (The program was inaugurated by Sub-Inspector Bewana Ramashankar Saroj) किया गया।
कार्यक्रम में उपनिरीक्षक सरोज ने कहा कि कार्यस्थल पर महिलाओं की गरिमा और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए POSH एक्ट (2013) की जानकारी का आम लोगों तक पहुँचना बहुत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि, “कामकाजी महिलाओं के प्रति होने वाले यौन उत्पीड़न को इस कानून के माध्यम से रोका जा सकता है, बशर्ते इसकी जानकारी समाज के हर स्तर तक पहुँचे।”
इस अवसर पर जन शिक्षण केंद्र की सचिव पुष्पा पाल (Pushpa Pal, Secretary of the Jan Shikshan Kendra) ने POSH एक्ट की विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि यह अधिनियम कार्यस्थलों पर महिलाओं के यौन उत्पीड़न की रोकथाम, निषेध और निवारण के लिए वर्ष 2013 में लागू किया गया था। इसका उद्देश्य महिलाओं के लिए एक सुरक्षित, सम्मानजनक और भेदभाव रहित वातावरण सुनिश्चित करना है।
उन्होंने बताया कि इस अधिनियम के अंतर्गत:
हर संस्था, जहाँ 10 या उससे अधिक कर्मचारी कार्यरत हों, वहां आंतरिक शिकायत समिति (ICC) का गठन अनिवार्य है।
यदि किसी संस्था में यह समिति नहीं है या शिकायत नियोक्ता के खिलाफ है, तो जिला अधिकारी द्वारा गठित स्थानीय शिकायत समिति (LCC) मामले की जांच करती है।
पीड़िता या उसका प्रतिनिधि 3 महीने के भीतर लिखित शिकायत दर्ज कर सकता है।
पुष्पा पाल ने कहा कि यौन उत्पीड़न में शारीरिक संपर्क, यौन टिप्पणी, अश्लील साहित्य दिखाना या यौन संबंध की मांग जैसे अवांछित व्यवहार शामिल होते हैं।
उन्होंने यह भी जोड़ा कि,
“महिलाओं को कार्यस्थल पर सुरक्षित महसूस कराना केवल कानूनी अनिवार्यता नहीं, बल्कि एक जिम्मेदार और संवेदनशील समाज की पहचान है।”
कार्यक्रम में POSH एक्ट की जानकारी को जनपद अंबेडकर नगर, सुल्तानपुर और वाराणसी तक पहुँचाने का संकल्प लिया गया। अभियान के तहत विभिन्न स्तरों पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
इस मौके पर जन शिक्षण केंद्र से जुड़े कार्यकर्ता शर्मीला, हेमलता, राम हित, बृजेश, चांदतारा, पुनीता, सागर, जवाहिर और राम मदन सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।