
मुंबई: (MUMBAI) महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बृहस्पतिवार को कहा कि उनकी पत्नी अमृता फडणवीस को रिश्वत देने और ब्लैकमेल करने के प्रयास से संबंधित मामले में उचित जांच की जाएगी। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अजित पवार द्वारा यह मुद्दा उठाए जाने के बाद फडणवीस ने यह बात कही। पवार ने खबरों में आए इस मामले के बारे में विस्तृत जानकारी मांगी।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि जिस डिजाइनर के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई है, उसने अपने राजनीतिक संबंधों का रौब दिखाते हुए कहा कि अगर उसके फरार पिता के खिलाफ दर्ज मामले वापस नहीं लिए गए तो वह उन्हें परेशानी में डाल सकती है। डिजाइनर ने अब तक अपने ऊपर लगे आरोपों का जवाब नहीं दिया है। इससे पहले पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि अमृता की शिकायत पर 20 फरवरी को मालाबार हिल थाने में महिला के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी, जिसकी पहचान अनिक्षा के रूप में हुई है। अधिकारी ने कहा कि इस मामले में अब तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है। फडणवीस ने कहा कि डिजाइनर करीब डेढ़ साल से उनकी पत्नी के संपर्क में थी और वह अकसर उनके घर आती जाती रहती थी। उन्होंने कहा कि 14 से 15 मामलों का सामना कर रहे अनिल जयसिंघानी की बेटी एक पढ़ी-लिखी लड़की है। वह पहली बार 2015-16 में अमृता के संपर्क में आई और उनका भरोसा हासिल किया। उन्होंने कहा, “2021 में, उसने अमृता से फिर संपर्क किया और उसे उसके द्वारा डिजाइन किए गए कपड़े पहनने के लिए कहा। उसने पिता को झूठे मामलों में फंसाए जाने का दावा करते हुए मदद मांगी। मेरी पत्नी ने कहा कि उन्हें एक ज्ञापन देना चाहिए, जिसे मुझे भेजा जाएगा।
डिजाइनर को फडणवीस आवास पर घरेलू सहायकों को पैसों से भरा बैग सौंपते हुए देखा गया
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि वीडियो क्लिप में से एक में डिजाइनर को फडणवीस आवास पर घरेलू सहायकों को पैसों से भरा बैग सौंपते हुए देखा गया है। फडणवीस ने कहा कि फॉरेंसिक ऑडिट में साबित हुआ है कि एक फ्रेम में दिख रहा पैसों वाला बैग और दूसरे फ्रेम में दिखा घरेलू सहायकों को सौंपा गया बैग अलग-अलग हैं। मालाबार हिल थाने के अधिकारी ने कहा कि शहर की पुलिस ने अनिक्षा और उसके पिता के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 120-बी और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की है।